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46 साल से अटका नपा का सीमा विस्तार, प्रस्तावित गांव बन गए शहर

MP News: टीकमगढ़ में 1979 के बाद से नगर पालिका की सीमा नहीं बढ़ाई गई। गांव अघोषित रूप से शहर में शामिल हो चुके हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हजारों लोग परेशान।

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tikamgarh municipality delimitation villages become cities mp news

tikamgarh municipality delimitation villages become cities (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News: लंबे समय से टीकमगढ़ नगर पालिका का परिसीमन (Tikamgarh Municipality Delimitation) कर सीमा वृद्धि करने को लेकर मांग की जा रही है। 46 साल पहले 1979 के बाद से इस पर ध्यान न दिए जाने के कारण नगर का विकास शहर से लगे एक दर्जन गांव तक पहुंच गया है। यह गांव अघोषित रूप से अब शहर में शामिल हो गए, लेकिन कानूनी रूप से नगर पालिका में न आने के कारण यहां पर मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच रही है तो नगर पालिका के काम भी प्रभावित हो रहे हैं।

नगर पालिका गठन के बाद अंतिम बार 1979 में इसकी सीमा वृद्धि की गई थी। इसके बाद कई बार वार्डों का परिसीमन तो किया गया, लेकिन सीमावृद्धि के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। लगातार उठ रही मांग के बाद 6 माह पूर्व नगर पालिका की पीआईसी में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया था। इसके बाद इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब यह प्रस्ताव फिर से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।

विकास को तरस रहे लोग

सीमा वृद्धि न होने से पंचायत क्षेत्र में निवास करने वाले लोग अब मूलभूत सुविधाओं को परेशान है। नगरीय एवं पंचायत क्षेत्र की सीमा में बनी अनेक कॉलोनियों में यह समस्या देखी जा रही है। नगर पालिका के पीछे वैशाली, चित्रांश नगर में लोग नाली, सड़क, लाइट और पानी को परेशान है। यह कॉलोनियां पंचायत में आती है। यही हाल चकरा गांव का है। जानकारी के अनुसार चकरा का एक हिस्सा वार्ड नंबर 20 में आता है तो दूसर हिस्सा पंचायत में है। भाजपा कार्यालय के पीछे पूरी कॉलोनियों का विस्तार हो गया है और यहां पर शहर के लोग जाकर बस गए है। लेकिन सुविधाएं कोई नहीं है। यही हाल तखा, अनंतपुरा सहित अन्य गांवों की सीमाओं में बनी कॉलोनियां का है। (MP News)

नगर पालिका और कलेक्ट्रेट भी पंचायत में

शहर के लगातार हो रहे विकास का परिणाम है कि नगर पालिका कार्यालय भी कुंवरपुरा पंचायत में संचालित हो रही है। कलेक्ट्रेट भवन में भी अनंतपुरा पंचायत में आता है। इसके बाद भी न तो जिमेदार और न ही जनप्रतिनिधियों का इस पर ध्यान है।

इन गांवों तक पहुंची सीमाएं

नगर की सीमाएं शहर से लगे गांव कुंवरपुरा, सुनवाहा, तखा, अनंतपुर, चकरा, नागरगुड़ा, मामौन, महाराजपुरा एवं गणेशगंज तक पहुंच गई है। आलम यह है कि कुंवरपुरा, तखा, अनंतपुरा तो अघोषित रूप से शहर ही हो गया है। महाराजपुरा का एक भाग तो नगर पालिका के वार्ड में आता है। यही हाल हरीजन बस्ती से लगे ग्राम खुशीपुरा का है। इन सभी गांव तक शहर का विकास पहुंच गया है और लोगों अपने मकान बनाकर निवास करने लगे है। (MP News)

जल्द तैयार किया जाएगा पूरा प्रस्ताव

नगर की सीमाओं के विस्तार का प्रस्ताव जल्द ही पूरा किया जाएगा। प्रयास किया जाएगा कि प्रस्ताव इसी साल इसे शासन के पास भेजा जाए। - अब्दुल गफार पप्पू मलिक, अध्यक्ष, नगर पालिका, टीकमगढ़।

तहसीलदार से मांगी गांव की जानकारी

प्रस्ताव के बाद आगे की कार्रवाई के लिए तहसीलदार से गांव की पूरी जानकारी मांगी गई है। दो बार पत्र लिखा गया है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।- ओमपाल सिंह भदौरिया, सीएमओ, नगर पालिका।

जनसंया के अनुपात से मिलती है सुविधाएं

इस मामले में सेवा निवृत्त सहायक परियोजना अधिकारी डूडा ओपी कटारे बताते है कि नगर परिषद, नगर पालिका को जनसंया के अनुपात में शासन विभिन्न बजट आदि का प्रावधान करती है। एक लाख से अधिक की नगर पालिका हो जाने पर ड्रेनेज सिस्टम, बड़ी सड़क, बिजली की बड़ी लाइन, पेयजल के लिए बड़ी योजनाओं के साथ ही उसी अनुपात में कर्मचारी आदि की व्यवस्था की जाती है। ऐसे में इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। (MP News)

प्रस्ताव में शामिल किए गए गांव में उनकी जनसंख्या

स्थान - जनसंख्या

  • टीकमगढ़ - 79106
  • कुंवपुरा - 1560
  • सुनवाहा - 781
  • तखा - 2471
  • अनंतपुरा - 2313
  • चकरा - 525
  • नारगुड़ा - 1330
  • मामौन - 1971
  • महारापुरा - 2468
  • गणेश गंज - 1039