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आखिर क्या है ‘भूटान कार स्कैंडल’? ED की कार्रवाई से मचा हड़कंप, फेमस सुपरस्टार्स के घरों पर हो रही है धड़ाधड़ छापेमारी

Bhutan Luxury Car Smuggling Case: ‘भूटान लग्जरी कार’ तस्करी मामले में नया मोड़ सामने आया है। ईडी ने कई दिग्गज सेलिब्रिटीज के घरों पर छापेमारी की है। चलिए जानते हैं, क्या है ताजा अपडेट?

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मुंबई

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Saurabh Mall

Oct 08, 2025

Bhutan luxury car smuggling case

भूटान लग्जरी कार तस्करी मामला

Bhutan Luxury Car Smuggling Case Update: भूटान से लग्जरी कारों की तस्करी का मामला अब सस्पेंस थ्रिलर की तरह गहराता जा रहा है। बुधवार की सुबह ईडी (ED) की टीम ने एक साथ केरल और तमिलनाडु के 17 ठिकानों पर छापेमारी की। जी हां, इस बार रेड के लिए ईडी (ED) की गाड़ियां सीधे मलयालम सिनेमा के दरवाजों तक पहुंच गईं। मशहूर अभिनेता ममूटी, उनके बेटे दुलकर सलमान, साउथ सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन और एक्टर अमित चकलक्कल के घरों पर तलाशी ली गई।

जानिए क्यों हुई कार्रवाई

ईडी के मुताबिक, ये कार्रवाई फेमा ‘विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून’ (Foreign Exchange Management Act) के उल्लंघन से जुड़ी है। एजेंसी को शक है कि महंगी गाड़ियां भूटान और नेपाल के रास्ते से अवैध रूप से भारत में लाई जा रही थी।

ताजा जानकारी के मुताबिक, छापे एलमकुलम, कोच्चि, चेन्नई और कदवंथरा जैसे हाई-प्रोफाइल इलाकों में मारे गए। इसके साथ ही पांच जिलों के कार डीलरों के यहां भी ईडी ने तलाशी अभियान चलाया।

अब इन लग्जरी गाड़ियों के नाम भी जान लीजिए

इन कारों में लैंड रोवर डिफेंडर और टोयोटा लैंड क्रूजर जैसी महंगी गाड़ियां शामिल हैं। आरोप है कि इन कारों के फर्जी दस्तावेज बनाए गए, जिनमें भारतीय सेना, अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय के नाम से नकली कागजात शामिल थे। इन नकली दस्तावेजों के सहारे कारों को अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में गलत तरीके से रजिस्टर कराया गया। इसके बाद ये कारें सेलिब्रिटी समेत कई लोगों को कम दामों पर बेच दी जाती थीं।

यह कार्रवाई उसके बाद हुई है जब केरल हाईकोर्ट ने दुलकर को उनकी एक जब्त की गई कार के लिए भारतीय कस्टम विभाग से संपर्क करने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने कस्टम विभाग को निर्देश दिया कि दुलकर की तरफ से सही कागजात और सिक्योरिटी जमा करने पर एक सप्ताह के अंदर कार रिलीज करने पर विचार करें।

दुलकर के वकील का क्या था कहना

कोर्ट में दुलकर सलमान के वकील ने सफाई दी कि यह कार कोई तस्करी की नहीं, बल्कि 2004 में “रेड क्रॉस” के लिए कानूनी रूप से आयात की गई थी। दुलकर ने इसे पूरी तरह वैध तरीके से खरीदा था। लेकिन कस्टम विभाग ने अपने अधिकार सुरक्षित रखते हुए साफ कह दिया है कि कार जब्त रहेगी, क्योंकि जांच में कुछ पेंच अब भी बाकी हैं।

इस पूरे प्रकरण में अब तक ईडी और कस्टम को केरल में 150 के करीब संदिग्ध लग्जरी कारों का सुराग मिल चुका है, जिनमें से करीब 40 पहले ही जब्त की जा चुकी हैं। दिलचस्प बात यह है कि दुलकर की दो और कारें भी पहले जब्त की जा चुकी हैं, और उस वक्त उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।

अब सबकी निगाहें हाईकोर्ट पर हैं, जिसने कस्टम विभाग से पूछा है कि कार मालिकों और फर्जी रजिस्ट्रेशन के सबूत आखिर कब और कैसे सामने लाए जाएंगे?मामले का अगला मोड़ तय करेगा कि क्या दुलकर की कार को धारा 110(A) के तहत रिलीज किया जाएगा या नहीं। वहीं, ईडी के सूत्रों का कहना है कि जांच की गाड़ी यहीं नहीं रुकेगी। अब कई और हाई-प्रोफाइल कार मालिकों के गैराज पर भी इसका ब्रेक लग सकता है।