
टोंक। टोडारायसिंह शहर स्थित माणक चौक में गत दिनों पुरातत्व विभाग के तहत प्राचीन गोपीनाथजी मंदिर परिसर में जीर्णोद्धार को लेकर की जा रही खुदाई के दौरान गुरुवार को मलबे में प्राचीन गणेशजी की मूर्ति निकली है। इधर, खुदाई में प्रतिमा के अलावा बावड़ी (जलाशय) निकलने की संभावना को लेकर विभाग ने सबंधित क्षेत्र का खुदाई कार्य रुकवा दिया है।
गत दिनों शहर के माणक चौक स्थित गोपीनाथजी के मंदिर के चारों ओर निर्मित चबूतरे व परिसर के जीर्णोद्धार का कार्य प्रगति पर है। गुरुवार को जीर्णोद्धार के बीच चबूतरे के मिट्टी खुदाई कार्य के दौरान मलबे में करीब दो सौ साल पुरानी गणेशजी की मूर्ति निकली है। प्राचीन मूर्ति देख श्रमिकों ने इसकी सूचना सबंधित संवेदक (ठेकेदार) व विभागीय अधिकारियों को दी। सूचना पर विभाग के कार्मिक मुकेश कुमार व अन्य कार्मिक मौके पर पहुंचे। पुजारी समेत बुजुर्ग लोगों का कहना है कि वर्षों पूर्व मंदिर के दायीं हिस्से में बावड़ी हुआ करती थी।
लेकिन नजदीक कचरा मिट्टी डालने से उक्त बावड़ी मलबे से ही भर गई। इधर, बावड़ी या अन्य कोटर (कोठा) की संभावना को देखते हुए उच्च अधिकारियों ने उक्त क्षेत्र का खुदाई कार्य रुकवा दिया है। मलबे से निकली मूर्ति को सुरक्षित रखा गया है। इधर, मूर्ति को देखने सुबह से लोगों का तांता लगा रहा। माणक चौक स्थित गोपीनाथजी मंदिर के चारों ओर सडक़ से 8 फीट ऊंचाई पर निर्मित चबूतरे की पानी भरने से पत्थर की शिलाएं खिसक गई थी।
इनका कहना है:
गत दिनों टोडारायसिंह शहर के माणक चौक स्थित गोपीनाथजी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। चबूतरे के दायीं ओर खुदाई दौरान मलबे में गणेशजी की मूर्ति मिली है। सबंधित क्षेत्र में संभावित अन्य कृतियां मिलने को लेकर उक्त खुदाई कार्य रुकवाया है। इसमें विशेषज्ञों के निर्देशानुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
03 Feb 2023 05:19 pm
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