
कर्फ्यू की कैद मालपुरा में सामान्य होने लगा जन-जीवन, कफ्र्यू में ढील के बाद बढ़ी चहल-कदमी
मालपुरा. शहर में विजयादशमी पर भगवान राम की शोभायात्रा पर हुए पथराव मामले में प्रशासन की ओर से 6 दिन पूर्व लगाए गए बेमियादी कर्फ्यू में सोमवार को 10 घंटे की ढील मिलने से दिनभर बाजारों में लोगों की चहल-कदमी बनी रही। दुपहिया व चौपहियां वाहनों की आवाजाही शुरू होने से जन-जीवन सामान्य सा नजर आने लगा है।
दस घंटों की छूट के चलते शहर में संचालित विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य शुरू हुआ। कार्यालयों में भी कार्य बहाल होने से आमजन ने राहत की सांस ली। शहर में मंगलवार को 12 घंटे सुबह 6 से शाम 6 बजे तक ढील रहेगी।
इधर, कांग्रेस के जिला प्रभारी व पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, जिलाध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल एवं सद्भावना समिति जयपुर के प्रतिनिधि मण्डल ने थाने पहुंच कर्फ्यू में ढील बढ़ाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मंाग की।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में पूर्वजिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी, सऊद सईदी, विक्रम सिंह गुर्जर, मणिपाल गर्ग, दिनेश चौरसिया, श्रीराम गुर्जर, ब्रह्मप्रकाश मण्डल ने सम्भागीय आयुक्त एल.एन.मीणा, पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज संजीव निर्जरी, जिला कलक्टर के.के. शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरधन लाल सौंकरियां सहित अन्य अधिकारियों से मिलकर पथराव की घटना के बाद कस्बे की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से लिए गए निर्णय को सही ठहराया।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी एवं विधायक की ओर से उपखण्ड अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर लगाए जा रहे आरोपों को बेबुनियाद बताया। वहीं अधिकारियों से मांग करते हुए कफ्र्यू में ढील का समय बढ़ाने एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही।
इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मामले में जो भी दोषी है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं इसके बाद जयपुर से आए सद्भावना मंच के सवाईसिंह, राहुुल कुमार, डॉ. शहाबुद्दीन खान, मेहरुनिशां, मौलाना जावेद, मौलाना आसिफ सहित ने अधिकारियों से मिलकर कस्बे में शांति व सद्भावना बहाल करने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इससे पहले कांग्रेसजनों ने डाक बंगले में बैठक कर शहर में दशहरे के दिन हुए घटनाक्रम पर चर्चा कर समीक्षा की। इसमें महावीर नामा, राजेन्द्र राजपुरोहित व पार्षद धनराज वाल्मीकी ने कहा कि प्रशासन की ओर से जुलूस के दौरान पर्याप्त जाप्ता लगाया जाकर पूरी मुस्तैदी बरती जा रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक व कुछ लोगों की अधिकारियों से नहीं बन पाने के कारण अधिकारियों को षडयंत्र रचकर बदनाम किया जा रहा है। जबकि अधिकारी घटना के समय मौजूद थे।
विद्यार्थियों की बढ़ी चहल-कदमी
सोमवार को सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय खुलने के साथ ही विद्यालयों में विद्यार्थियों के आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया। अधिकांश विद्यालयों में 70 से 8 0 प्रतिशित बच्चों के आने से गत 6 दिनों से थमा पढ़ाई का क्रम शुरू हुआ। कस्बे के सभी सरकारी कार्यालय व बैंकों में भी तेजी से काम काज शुरू हुआ।
सभी मार्गों पर वाहनों की आवाजाही
कर्फ्यू के चलते कस्बे से जुड़े सभी सडक़ मार्गों को बंद कर दिए जाने से सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। प्रशासन की ओर से रविवार से कफ्र्यू में ढील का समय बढाए जाने व वाहनों की आवाजाही करने से सडक़ों पर रौनक लौटी।
Published on:
15 Oct 2019 09:01 am
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