30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

टोंक. दिल दहला देने वाले हादसों से दहल उठा हर कोई, दो ने फांसी लगाकर तो एक ने कुंए में कूदकर दी अपनी जान

पुलिस ने दोनों शवों का स्थानीय राजकीय सामुदायिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया।

3 min read
Google source verification
 आत्महत्या

तालाब के पास स्थित सार्वजनिक कुएं में विवाहिता ने कूदकर आत्महत्या कर ली।

निवाई. राष्ट्रीय-राजमार्ग स्थित मूंडिया गांव में एक महिला ने 3 वर्षीय पुत्र को अपने घर में स्थित पानी के हौद में डालकर बंद कर दिया, जिससे बालक की मौत हो गई, उसके बाद विवाहिता ने भी कुएं में कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

पुलिस वृताधिकारी सुनिल कुमार ने बताया कि शरमा गुर्जर (25) पत्नी प्यार सिंह ने शुक्रवार तडक़े अपने 3 वर्षीय पुत्र गौरव को घर में बने पानी के हौद में डालकर उपर से पत्थर रख दिया, जिससे गौरव की मौत हो गई। उसके बाद शरमा ने भी गांव के तालाब के पास स्थित सार्वजनिक कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली।

सुबह कुएं पर गांव की महिलाओं के पानी भरने आने पर शव पानी में तैरता मिला। इस पर कुएं पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। इधर,घर पर गौरव के नहीं मिलने पर उसे भी तलाशा गया। हौद पर पत्थर रखा होने पर उसे हटा कर देखा गया तो बच्चे का शव तैरता मिला।

सूचना पर पुलिस वृताधिकारी सुनील कुमार एवं थाना प्रभारी रामजीलाल मय जाप्ते मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के सहयोग से शरमा के शव को कुएं से बाहर निकलवाया। उसके बाद पुलिस ने दोनों शवों का स्थानीय राजकीय सामुदायिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया। मामले को लेकर महिला के भाई लक्ष्मण गुर्जर निवासी विजयपुरा ने मामला दर्ज करवाया है। सरपंच मुरली मीणा ने बताया कि कुएं से एक सप्ताह बाद ही पीने का पानी भरेंगे।

पीहर से आते ही फंदा लगाकर दी जान
देवली. शहर के कुंचलवाड़ा रोड निवासी 22 वर्षीय विवाहिता ने शुक्रवार दोपहर पीहर से अपने ससुराल पहुंचने के कुछ मिनटों के बाद ही पंखे से फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना का पता कमरे का दरवाजा खोलने के बाद लगा।

हनुमाननगर थाना प्रभारी भूपेश शर्मा ने बताया कि मृतका ममता पत्नी धर्मराज मीणा निवासी कुंचलवाड़ा रोड देवली है। उसका का पीहर देवली थाना क्षेत्र का उथरणा गांव है। उन्होंने बताया कि मृतका किसी बात को लेकर गत 15 अप्रेल को अपने पीहर उथरणा चली गई थी, लेकिन उसके ससुराल पक्ष में शादी समारोह होने के चलते उसके ससुर नंदलाल मीणा व पति धर्मराज मीणा उसे लेने गए, जो विवाहिता ममता को शुक्रवार दोपहर लेकर आए देवली पहुंचे।

पति व ससुर ममता को घर लेकर कुछ मिनट पहले ही घर आए थे कि, उसने कमरे में जाकर पंखे से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इस दरम्यान परिजन घर के बाहर थे। विवाहिता के कमरे से बाहर नहीं निकलने पर परिजनों को संदेह हुआ तथा कमरा खोलकर देखा तो ममता फंदे से झुलती मिली।

पुलिस ने बताया कि मृतका बी.एड द्वितीय वर्ष की छात्रा भी थी, जिसके अगले माह परीक्षा थी। पुलिस के अनुसार विवाहिता को करीब तीन माह का गर्भ था। इधर, मृतका का पीहर देवली थाना क्षेत्र होने के चलते स्थानीय पुलिस के हैडकांस्टेबल बद्रीलाल यादव भी अस्पताल जा पहुंचे।

उन्होंने प्राथमिक जानकारी लेकर हनुमाननगर पुलिस को इसकी सूचना दी। उधर, हनुमाननगर पुलिस ने कोटड़ी उपखण्ड अधिकारी को मामले की जानकारी दी। सूचना पर दर्जनों लोगों की मोर्चरी के बाहर भीड़ जमा हो गई। जहां पुलिस ने पीहर व ससुराल पक्ष के लोगों ने अलग-अलग बात की।

फंदे से झूला युवक

टोडारायसिंह. कुरासिया गांव में उधारी की राशि जमा नहीं कराने पर एक व्यक्ति ने गुरुवार देर रात घर स्थित बरामदे में फंदे से झूलकर जीवन लीला समाप्त कर ली। शुक्र्रवार सुबह मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

थाना प्रभारी बी. एल. मीणा ने बताया कि मृतक बोटून्दा पंचायत के कुरासिया निवासी धर्मराज (45) पुत्र मूलचन्द मीणा है। सुबह दूरभाष पर कुरासिया में बरामदे में धर्मराज का शव फंदे से लटका होने की जानकारी मिली थी। सूचना पर एएसआई रामकुंवार मीणा मय पुलिस जाप्ते के मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से मृतक के शव को सामुदायिक चिकित्सालय पहुंचाया।

संबंधित खबरें

जहां उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक परिजनों का आरोप है कि धर्मराज को प्रताडि़त कर आत्महत्या के लिए प्रेरित किया गया है। मृतक के भाई एवराज मीणा ने मामला दर्ज कराया कि धर्मराज व कुरासियानिवासी मन्नालाल मीणा के अच्छे सम्बन्ध होने से धर्मराज ने उसे गत 18 नवम्बर 15 को दो रुपए प्रति सैकड़ा की दर से 72 हजार रुपए उधार दिए थे।

गुरुवार को उसने उक्त रुपए अदा करने व अदा नहीं करने की एवज में मन्नालाल खातेदारी जमीन गिरवी रखने की बात कही थी। उसने एसा कहकर टोडारायसिंह आए थे। यहां आने के बाद उसने उधारी देने से मना कर दिया तथा जमीन गिरवी रखने का स्टाम्प भी नहीं लिखवाया।

प्रताडि़त होने के बाद धर्मराज कुरासिया गांव पहुंचा जहां मां को आपबीत बताई। इस बीच अन्य परिजन मायरा भरने घाटी का बाड़ा (बूंदी) गए हुए थे। शुक्रवार सुबह 4 बजे घर लौटने पर धर्मराज का शव बरामदे की छत पर कड़े पर झूलता मिला। मृतक के दो बेटे व दो बेटियां है।