
मालपुरा में पटरी पर लौटने लगा जन-जीवन, कर्फ्यू में ढील के दौरान आईजी व संभागीय आयुक्त ने लिया जायजा
मालपुरा. शहर में विजयादशमी पर शोभायात्रा पर हुए पथराव के बाद शहर में उपजे तनाव पर प्रशासन द्वारा पांच दिन पूर्व लगाए गए कर्फ्यू में रविवार को एक साथ 6 घंटे की ढील मिलने से दिनभर बाजारों में लोगों की चहल-कदमी बनी रही। दुपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू होने से जन-जीवन सामान्य सा नजर आने लगा है।
वहीं विधायक कन्हैया लाल चौधरी, एडवोकेट राजकुमार जैन, नरेन्द्र जैन, दिनेश विजय ने बाजारों में नागरिकों से सम्पर्क कर प्रशासनिक अधिकारियों से थाने में मिलकर कर्फ्यू में ढील बढाने व इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की। शहर में शांति व कानून व्यवस्था सही संचालित होने पर कफ्र्यू में रविवार को प्रशासन द्वारा सुबह 10 से शाम 4 बजे तक एक साथ 6 घंटे की ढील देने से बाजारों में दुकानें सज गई।
ग्रामीण क्षेत्रों के कई लोगों ने भी दुपहिया वाहनों से शहर में प्रवेश कर बाजार में दुकानों से खरीदारी की। वहीं विधायक कन्हैया लाल चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ बाजारों व कॉलोनियों में नागरिकों से सम्पर्क कर थाने पहुंंचकर सम्भागीय आयुक्त, आईजी, जिला कलक्टर, एसपी से कफ्र्यू में ढील बढ़ाने एवं इंटरनेट सेवा बहाल करने सहित कर्फ्यू की छूट के दौरान पर्याप्त पुलिस जाप्ता मुस्तैदी से तैनात किए जाने की मांग रखी।
वहीं दूसरी ओर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रामदेव बैरवा, उप जिला प्रमुख अवधेश शर्मा, पालिकाध्यक्ष आशा नामा, पूर्व डीआर छोगालाल गुर्जर, सेवा दल अध्यक्ष सतीश शर्मा सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डाक बंगले से मौन जुलूस निकाल थाने में सम्भागीय आयुक्त, आईजी, जिला कलक्टर, एसपी को ज्ञापन सौंपकर दीपवाली के त्योहार व किसानों के रबी की फसल की बुवाई के समय को मध्यनजर रखते हुए कफ्र्यू में ढील बढ़ाने एवं इंटरनेट सेवा बहाल करने तथा दशहरे पर हुए विवाद में दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। वहीं सरकारी व निजी विद्यालयों में बालकों के नहीं पहुंचने से लोगों ने प्रशासन से शहर में शांति व्यवस्था को देखते हुए सुबह 6 से सायंकाल 8 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने की मांग की है।
बसें व ट्रक चालू होने से सडक़ों पर लौटी रौनक- पिछले पांच दिनों से कर्फ्यू के चलते कस्बे से जुड़े सभी सडक़ मार्गों को बंद कर दिए जाने से सन्नाटा पसरा हुआ था, जिसमें रविवार से रोडवेज बस, ट्रकों व ट्रैक्टरों की आवाजाही शुरु होने से सडक़ों पर रौनक लौटी, वहीं आम नागरिकों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सुविधा उपलब्ध हुई। मंडी में लगभग 500 बोरी माल की आवक हुई। खाद व बीज की दुकानों पर भी भीड नजर आई।
भगवान के दरबार में भी कफ्र्यू का असर- कस्बें के विभिन्न मंदिरों में हर वर्ष मनाए जाने वाले शरद पूर्णिमा महोत्सव पर भी कर्फ्यू का असर देखने को मिला। कस्बे के सीताराम मंदिर, लक्ष्मीनाथ मंदिर, चार भुजा नाथ मंदिर, महेश सेवा सदन स्थित महेश्वर शिवालय में संगोष्ठी का आयोजन किया जाकर महाप्रसादी का भोग लगाया जाता है, लेकिन इस बार कफ्र्यू के चलते सन्नाटा पसरा रहा।
बीडी ने कराई मशक्कत- प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में दी गई 6 घंटे की छूट के बाद शहर में छाए सन्नाटे के बीच अचानक से माणक चौक स्थित एक मोटर वाइडिंग की दुकान के शटर से धुआ निकलता नजर आया तो गश्त कर रहे थाना प्रभारी रवीन्द्र सिंह ने तत्काल दुकान के शटर का ताला तोड़ कर एक कोने में जल रहे जूट के टाट को बाहर निकाला तथा शटर पर लिखे मोबाइल नम्बरों के आधार पर दुकान मालिक को मौके पर बुलाया तथा मौके से बीडी के जले हुए टूकड़े पाए गए।
दुकान मालिक ने स्वयं माना कि दुकान बंद करने से पूर्व कुछ किसान यहां बैठकर धूम्रपान कर रहे थे, जिससे यह टाट जल गया। वहीं दुकान में आग लगने की सूचना मिलते ही आईजी, एसपी व उपखण्ड अधिकारी मय दलबल के मौके पर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया।
Published on:
14 Oct 2019 08:47 am
बड़ी खबरें
View Allटोंक
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
