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सावधान! मौसम की मार, घर-घर बीमार, अस्पताल में कतार

locationटोंकPublished: Aug 18, 2017 06:51:00 am

Submitted by:

pawan sharma

बदलता मौसम लोगों पर भारी पड़ रहा है। लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं

अस्पताल मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीज

टोंक के सआदत अस्पताल स्थित मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीज।

टोंक.
बारिश थमने के बाद अब तापमान बढऩे से लोगों को मच्छर सताने लगे हैं। इससे बदलता मौसम लोगों पर भारी पड़ रहा है। लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। हालात यह है कि निजी समेत सरकारी अस्पतालों में सप्ताहभर से मरीजों का आंकड़ा बढ़ गया है। इस पखवाड़े में ही 26 हजार से 366 मरीज सआदत अस्पताल की शरण ले चुके हैं। दिन-रात उमस के चलते पसीने छूट रहे हैं। ऐसे में बेपरवाह हुए लोग खांसी, जुकाम आदि की चपेट में आ रहे हैं।
लापवाही पड़ रही भारी
गत सप्ताह तक बारिश का दौर रहने से मौसम में ठण्डक बढ़ गई थी। इसके बाद फिर से तापमान बढऩे से लोग बीमार हो रहे हैं। कई लोग फ्रिज के पानी का उपयोग भी कर रहे हैं। इससे गले में खराबी के साथ जुकाम व खांसी लोगों को जकड़ रही है। कई लोग आइसक्रीम खाने से भी नहीं चूक रहे हैं।
इसका असर यह हो रहा है कि रोजाना सैकड़ों लोग खांसी व जुकाम की चपेट में आकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्थिति यह है कि मेडिकल वार्ड में सभी पलंग भरे हुए हैं। इसके चलते अधिकतर परिजन परामर्श लेकर ही घरों को लौट रहे हैं। तापमान के उतार-चढ़ाव के बाद से यह आंकड़ा बढ़ा है। सप्ताहभर पहले जहां आउटडोर में मरीजों की संख्या सात-आठ सौ थी।
अब दो से तीन गुना तक हो गई है। हालांकि सआदत अस्पताल आ रहे रोगियों में सभी प्रकार के मरीज होते हैं, लेकिन अभी अधिकतर मरीज जुकाम, खांसी, बुखार से पीडि़त हैं। चिकित्सकों ने पल-पल बदल रहे मौसम को इसका कारण माना है।
डेंगू-मलेरिया फैलने का बनेंगे कारण
शहर समेत जिलेभर के कई खाली प्लाटों में बारिश का पानी जमा है। जगह-जगह जमा बदबूदार पानी मलेरिया व डेंगू को न्योता दे रहा है। शहर के कम्पू (शिवाजी नगर), विकास विहार कॉलोनी, आदर्श नगर, कृष्णा कॉलोनी, विवेकानन्द सर्किल, जेल रोड के पास स्थित कॉलोनी, छावनी क्षेत्र के मराठा कॉलोनी के कई स्थानों पर खाली प्लाटों में बारिश व नालियों का पानी भरा है।
इनमें पनप रहे मच्छर इस बार फिर से मलेरिया व डेंगू के पांव पसारने का कारण बनेंगे। इसके अलावा कई स्थानों पर उगी गाजर घास भी मच्छरों की शरणस्थली बनी हुई है। चिकित्सा विभाग की ओर से जमा पानी में फोगिंग नहीं कराए जाने से हालात बिगडऩे की आशंका है। जागरूक लोगों का कहना है कि हर वर्ष रोग फैलने के बाद ही विभाग हरकत में आता है। पहले से बेहतर उपाय शुरू कर दिए जाएं तो बड़े स्तर पर बीमारियों के फैलने पर अंकुश लगाया जा सकता है।
20 पलंग पर 49 शिशु
बदलता मौसम शिशुओं पर भी भारी है। रोजाना सौ से अधिक शिशु सर्दी, खांसी व जुकाम की चपेट में आकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी 20 पलंग पर 49 शिशु भर्ती थे। स्थिति यह है कि कई पलंगों पर दो-दो तो किसी पर तीन शिशुओं को भर्ती करना पड़ रहा हैं। तापमान के उतार-चढ़ाव के बाद शिशुओं के बीमार होने से सिलसिला बढ़ा है। बड़ों के साथ-साथ मासूम भी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।

अवकाश भूले चिकित्साकर्मी
बीमार शिशुओं की अधिकता सेे चिकित्साकर्मियों की सांसें फूल रही है। वार्ड में तीनों पारियों में महज 5 ही चिकित्साकर्मी तैनात हैं। ऐसे में चिकित्साकर्मी अवकाश भी नहीं ले पा रहे हैं।

मरीजों का आंकड़ा (सआदत अस्पताल)
तिथि इंडोर आउटडोर
14 अगस्त125 1935 
15 अगस्त 126 791 (अवकाश)
16 अगस्त 174 2021
17 अगस्त116 1824
मौसम बदलने से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इससे बेपरवाह हुए लोग उल्टी, दस्त, जुकाम व बुखार की चपेट में आ रहे हंै।
डॉ. जसवन्त चौधरी, सआदत अस्पताल टोंक।

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