
सचिन पायलट (फोटो: पत्रिका)
Panchayat Raj And Municipal Elections Update: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा कि जो कार्यकर्ता मतदाता सूची में नाम ज्यादा जुड़वाएगा उसे पंचायती राज चुनाव, निकाय चुनाव में ज्यादा मौके दिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी व आमेर विधायक प्रशांत शर्मा को भी इंगित करते हुए कहा कि आप भी ध्यान रखना जो मेरे दाएं, बाएं घूमते हैं और मतदाता सूची में नाम जुड़वाने में अच्छा काम नहीं करता है तो उसे निकाय चुनाव, पंचायत राज चुनाव में प्रत्याशी चयन में प्राथमिकता नहीं दें।
यह बात पायलट ने सोमवार का कांग्रेस कार्यालय में बीएलए के प्रशिक्षण शिविर में कही। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में कार्यकर्ता ध्यान दें कि वे शिविर में तकनीकी सहायता लेकर अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदाता सूची जुड़वाने का काम करें। अधिक नाम जुड़वाने वाले को निकाय और पंचायत राज चुनाव में ज्यादा मौका दिया जाएगा न कि मेरे साथ घूमने वालों को।
उन्होंने अंता चुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस की जीत से सरकार की विफलता सामने आ गई है। सरकार ने दो साल में कोई काम करके नहीं दिखाया है। जनता ने बीजेपी को नकार दिया है।
कार्यक्रम के बाद पायलट ने टोंक में नवनिर्मित गहलोद पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि गहलोद पुल, न्यू हॉस्पीटल समेत टोंक के वृहद प्रोजेक्ट निर्मित होकर तैयार है। उन्होंने प्रशासन से कहा कि सरकार से आग्रह करके तैयार प्रोजेक्ट्स का शीघ्र लोकार्पण कर जनता को सुपुर्द करें। इस दौरान जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा, आमेर विधायक प्रशांत शर्मा, सुमित गर्ग, पूर्व विधायक कमल बैरवा, सऊद सईदी, कैलाशी देवी मीना, बरकात हसीन, हंसराज गाता, रामलाल संडीला आदि मौजूद थे।
पहले के समय में निर्वाचन आयोग पहाड़ों पर, रेगिस्तान में, सरहद पर जहां गांव-ढाणी में यदि एक, दो वोट ही है तो भी उन तक पहुंचने के लिए मीलों पैदल चलकर जाता था, ताकि वहां रहने वाला एक भी व्यक्ति मतदान से वंचित ना रह जाए। इस भावना के साथ चुनाव आयोग काम करता था। लेकिन आयोग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पायलट ने कहा कि हमें सक्रिय रहकर सतर्कता के साथ मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य में अपनी प्रभावी भूमिका का निर्वहन करना होगा।
उन्होंने कहा कि केर्न्द्र सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया में संशोधन करके इसको लचर करने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा, देश बदलने से पहले स्वयं को बदलना होगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। विश्वभर में भारत के लोकतंत्र की मिसाल दी जाती थी।
Updated on:
18 Nov 2025 01:46 pm
Published on:
18 Nov 2025 12:35 pm
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