
Harifatak Bridge Ujjain
Harifatak Bridge Ujjain मध्यप्रदेश में सभी सड़कों, हाईवे को चौड़ा किया जा रहा है। खासतौर पर उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए विकास किया जा रहा है। इंदौर-उज्जैन मार्ग सिक्सलेन बनाया जा रहा है। इंदौर रोड सिक्सलेन करने के साथ ही उज्जैन का सबसे अहम हरिफाटक ब्रिज Harifatak Bridge Ujjain भी चौड़ा किया जा रहा है। इसकी चारों भुजाएं चौड़ी होंगी। अब हरिफाटक रेलवे ओवरब्रिज भी फोरलेन में तब्दील होगा। इसकी चारों भुजाओं के पास अतिरिक्त ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। एमपीआरडीसी ने ब्रिज चौड़ीकरण को लेकर डीपीआर बनाने का काम शुरू किया है। हरिफाटक ब्रिज की शाखाएं चौड़ी होती हैं तो महाकाल लोक के साथ ही रेलवे स्टेशन और नीलकंठेश्वर मार्ग तक की राह और आसान हो जाएगी।
इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन उज्जैन में हरिफाटक ब्रिज Harifatak Bridge Ujjain तक आ रहा है। ऐसे में ब्रिज के चौड़े होने की आवश्यकता जताई जा रही है। वर्तमान में हरिफाटक ब्रिज की शाखाओं की चौड़ाई करीब 12 मीटर होकर टू-लेन में बना है। अब इसे फोरलेन के रूप में तब्दील करने की योजना है।
इसके अंतर्गत पहले से बने ब्रिज के समीप 12-12 मीटर चौड़े अतिरिक्त ब्रिज बनाने होंगे। चौड़ीकरण से ब्रिज की शाखाएं 24 मीटर की हो जाएंगी। एमपीआरडीसी के अधिकारी बता रहे हैं कि ब्रिज चौड़ीकरण को लेकर तैयार की जा रही डीपीआर में फिजिबिलिटी सर्वे करवाकर यहां भूमि की उपलब्धता, अधिग्रहण सहित अन्य बिंदुओं को देखा जा रहा है।
ब्रिज चौड़े करने के काम में अड़ंगे भी सामने आ रहे हैं। दो शाखाओं की ओर आवासीय मकान हैं। ऐेसे में यहां चौड़ीकरण को लेकर समस्या सामने आ सकती है। डीपीआर तैयार होने के बाद शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर व अन्य प्रक्रिया शुरू होगी। एमपीआरडीसी के जीएम राकेश जैन ने ब्रिज की डीपीआर बनने की पुष्टि की है।
ब्रिज पर जाम से मिलेगी मुक्ति
हरिफाटक ब्रिज बेहद अहम और बड़ा ब्रिज है। इसके फोरलेन हो जाने से ब्रिज पर आए दिन लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। हरिफाटक ब्रिज से देवास व इंदौर रोड से वाहन सीधे पहुंचते हैं, वहीं शहर का ट्रैफिक भी इस ब्रिज से गुजरता है। त्योहार विशेष पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। ऐसे में यहां हर वक्त जाम की स्थिति बन जाती है।
पहले भी हो चुकी कोशिश
हरिफाटक ब्रिज को चौड़ा करने के लिए सेतु निगम पूर्व में भी डीपीआर बना चुका है। उस समय ब्रिज के हरिफाटक व महाकाल लोक जाने वाली शाखा के चौड़ीकरण का प्रस्ताव तैयार किया था। इन दोनों शाखाओं को 12-12 मीटर चौड़ा किया जाना था। चौड़ीकरण की लागत 42 करोड़ रुपए आंकी गई थी। हालांकि बाद में यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया था।
Published on:
26 Feb 2025 04:17 pm
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