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महाकालेश्वर का नगर भ्रमण आज, तीन विशेष संयोग में 7 घंटे में दो बार महाकाल की सवारी

Mahakal Sawari 2025: महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन का आज खास आयोजन, शाम 4 बजे, फिर आधी रात को एक बार फिर नगर भ्रमण पर निकलेंगे बाबा महाकाल, विशेष संयोग के चलते 7 घंटे में दो बार निकाली जाएगी महाकाल की आरती...

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Mahakal ki sawari 2025

Mahakal ki sawari 2025: कार्तिक माह में महाकाल की आज दूसरी सवारी, 7 घंटे के अंतराल में आज निकाली जाएंगे महाकाल की दो सवारी। (फोटो: सोशल मीडिया)

Mahakal Sawari 2025: एमपी की धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आज का दिन खास होने जा रहा है। अल सुबह से ही यहां हजारों की संख्या में भक्त लंबी कतारों में खड़े नजर आए। भस्म आरती में शामिल हुए इन भक्तों ने महाकाल का आशीर्वाद लिया। सुबह की आरती में शामिल होने वाले ये भक्त अब महाकाल की सवारी में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि आज विशेष संयोग के कारण उज्जैन में महाकाल की दो सवारियों का आयोजन किया गया है। सात घंटे में दो बार महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

कार्तिक माह की दूसरी सवारी और वैकुंठ चतुर्थी का विशेष संयोग

दरअसल कार्तिक माह में महाकालेश्वर की आज 3 नवंबर को दूसरी सवारी का आयोजन होना है। वहीं आज वैकुंठ चतुर्दशी भी पड़ गई। इस दिन भगवान शिव ने भगवान विष्षु को सृष्टि का, ब्रह्मांड का भार वापस सौंपा था। इस विशेष संयोग के कारण उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में आज खास आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत कार्तिक माह की और वैकुंठ चतुर्दशी पर निकाली जाने वाली सवारी भी आज ही निकाली जाएगी। 7 घंटे के अंतराल में दोनों सवारियों का आयोजन किया जाना है। तीसरा संयोग है प्रदोष का। एक ही दिन में तीन-तीन दुर्लभ संयोग में भगवान महाकाल का आशीर्वाद भक्तों को मिलेगा।

शाम 4 बजे कार्तिक माह की दूसरी सवारी

शाम 4 बजे कार्तिक माह की दूसरी सवारी निकाली जाएगी। इसमें भगवान महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में रजत पालकी में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी ने बताया कि पूजन और आरती के बाद पालकी राजसी ठाठ-बाट के साथ मंदिर से निकलेगी। बाहर पुलिस दल भगवान को सलामी देगा। सवारी में बैंड, घुड़सवार और पालकी शामिल होगी। सवारी शाम करीब 7 बजे वापस महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

महाकाल की भस्म आरती, आप भी करें दर्शन

ये रहेगा रूट

आज की ये पहली सवारी मंदिर से पालकी गुदरी चौराहा, बख्शी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से पूजन के बाद सवारी गणगौर दरवाजा, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी चौराहा होते हुए महाकाल मंदिर लौट आएगी।

रात 11 बजे दूसरी बार नगर भ्रमण पर निकलेंगे बाबा महाकाल

आज की पहली सवारी के वैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर हरिहर स्वरूप से मिलन के लिए महाकाल की दूसरी सवारी रात 11 बजे निकाली जाएगी। वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान महाकाल भगवान विष्णु को सृष्टि का भार सौंपेंगे।

ये रहेगा रूट

सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए द्वारकाधीश गोपाल मंदिर जाएगी। हरिहर मिलन के दौरान रुद्राक्ष और बिल्व पत्र की विशेष पूजा होगी। इस बार प्रशासन ने सवारी के दौरान आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया है।

10 नवंबर को तीसरी और 17 को चौथी सवारी का होगा आयोजन

श्रीमहाकालेश्वर भगवान की कार्तिक एवं अगहन मार्गशीर्ष माह में निकलने वाली महाकालेश्वर की तीसरी सवारी 10 नवंबर को निकाली जाएगी। वहीं चौथी सवारी के रूप में 17 नवंबर 2025 को बाबा महाकाल भक्तों को आशीर्वाद देने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।