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एमपी में रोड पर घूमती दिखी मगरमच्छ से भी बड़ी ‘छिपकली’

mp news: सड़क किनारे एक विशालकाय मॉनिटर लिजार्ड (गोह) के दिखाई देने से सनसनी फैल गई, वन विभाग और पुलिस ने चलाया सर्च ऑपरेशन, लेकिन हाथ नहीं आई...।

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Giant monitor lizard spotted on the roadside

mp news: मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागझिरी इलाके में शुक्रवार सुबह सड़क किनारे एक विशालकाय मॉनिटर लिजार्ड (गोह) के दिखाई देने से सनसनी फैल गई। आमतौर पर जंगलों या सुनसान इलाकों में दिखने वाला यह वन्य जीव आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच गया, जिससे लोगों में दहशत और कौतूहल दोनों का माहौल बन गया। कुछ लोगों ने इसे मगरमच्छ तो कुछ ने कमोडो ड्रैगन समझ लिया। मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही यह सिवरेज लाइन की ओर रेंगते हुए गायब हो गया।

मॉनिटर लिजार्ड दिखने से सनसनी

डीएफओ अनुराग तिवारी ने बताया कि नागझिरी क्षेत्र का इलाका जंगल से जुड़ा है। ऐसे में संभव है कि यह लिजार्ड जंगल से सिवरेज के रास्ते सड़क पर निकल आई हो। टीम ने आसपास और सिवर लाइन के भीतर सर्चिंग अभियान चलाया, लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। स्थानीय रहवासी इस अनूठी जीव को देख दहशत में आ गए। कुछ लोगों ने इसे मगरमच्छ तो कुछ ने कमोडो ड्रेगन समझकर अफवाह फैला दी। कमोडो ड्रेगन इंडोनेशिया और आसपास के टापुओं पर मिलता है। अब तक यह भारत में कहीं चिह्नत नहीं हुआ। इसको लेकर वन विभाग ने नागझिरी क्षेत्र के रहने वाले लोगों से अपील की है कि ऐसे किसी भी वन्य जीव को देखकर डरें नहीं, बल्कि तुरंत सूचना दें।

मॉनिटर लिजार्ड को स्थानीय भाषा में कहते हैं गोह

वन विभाग अधिकारी के अनुसार मॉनिटर लिजार्ड जिसे स्थानीय भाषा में गोह कहा जाता है यह एक विशालकाय छिपकली होती है। जो नदियों, तालाबों और जंगलों के पास पाई जाती है। इसकी लंबाई 5 से 7 फीट तक भी हो सकती है। यह मानव के लिए हानिकारक नहीं होती परंतु डरने पर खुद की रक्षा में हमला कर सकती है। भारत में यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित प्रजाति है। इसलिए इसका शिकार या नुकसान पहुंचाना कानूनी अपराध है।