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एमपी के इस शहर में बंद हो सकती है दूध-सब्जी की सप्लाई, किसानों ने दी सख्त चेतावनी

Ujjain Protest- एमपी में किसान भू अधिग्रहण कानून का विरोध कर रहे हैं। उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए स्थायी रूप से भूमि अधिग्रहण की सरकार की कोशिश की जबर्दस्त खिलाफत की जा रही है।

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Strong opposition to land acquisition for Simhastha 2028 in Ujjain

Strong opposition to land acquisition for Simhastha 2028 in Ujjain

Ujjain Protest- एमपी में किसान भू अधिग्रहण कानून का विरोध कर रहे हैं। उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए स्थायी रूप से भूमि अधिग्रहण की सरकार की कोशिश की जबर्दस्त खिलाफत की जा रही है। इसके लिए हजारों किसान आ जुटे हैं। लैंड पुलिंग के विरोध में इकट्ठा हुए हजारों किसानों को देखते हुए पुलिस ने खासी तैयारी की है। भारतीय किसान संघ जिला उज्जैन मालवा प्रांत के आव्हान पर किसानों ने हजारों ट्रैक्टरों और बाइकों की रैली निकाली जिसके लिए पुलिस ने शहर के प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग की। किसानों की मांगों का बीेजेपी के पूर्व मंत्री पारस जैन ने भी समर्थन किया है। खास बात यह है कि आंदोलनरत किसानों ने मांगें नहीं मानने पर शहर में दूध-सब्जी की सप्लाई बंद करने की सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि आसपास के सभी गांवों से यह सप्लाई रोक दी जाएगी।

सिंहस्थ के लिए स्थायी सिटी बनाने का प्रस्ताव है जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। इंदौर और उज्जैन के सिंहस्थ क्षेत्र से जुड़े 17 गांवों की करीब एक लाख बीघा जमीन की लैंड पुलिंग करने का लक्ष्य है। इसके विरोध में आसपास के गांवों के किसान भी आगर रोड के सामाजिक न्याय परिसर पहुंचे।

किसान नेताओं का दावा है कि रैली में 2000 ट्रैक्टर-ट्रॉली शामिल हुईं। विरोध प्रदर्शन में करीब 10 हजार किसानों के शामिल होने का अनुमान है। कई किसान बाइक लेकर रैली में शामिल हुए। किसानों ने मांगें नहीं मानने पर दूध, सब्जी आदि की सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी।

1500-1800 किसान प्रभावित हो रहे

भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने किसानों की भूमि स्थायी तौर पर लेने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे 1500-1800 किसान प्रभावित हो रहे हैं। सिंहस्थ हजारों सालों से चल रहा है, तब केंद्र-राज्य की सरकारें नहीं थीं। किसान इसके लिए अपनी जमीनें देते आए हैं।