
Saraswati Medical College (Source: Video Grab)
Medical college professor dismissed उन्नाव के सरस्वती मेडिकल कॉलेज में एक प्रोफेसर की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिस पर छात्रों ने अश्लील हरकत और संबंध के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था। जिसकी शिकायत छात्रों ने प्राचार्य से की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीते गुरुवार को छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए प्रोफेसर का पुतला फुंका। इस दौरान छात्रों ने इंटरनल परीक्षा बहिष्कार की घोषणा की। इंटरनल परीक्षा की बहिष्कार की घोषणा से मेडिकल कॉलेज प्रशासन बैकफुट पर आया और उसने प्रोफेसर को की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के नवाबगंज स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज आए दिन चर्चा में बना रहता है। ताजा मामले में छात्रों ने विद्यालय कॉलेज के एक प्रोफेसर पर अश्लील हरकत करने सहित कई अन्य गंभीर आरोप लगाया। शिकायत प्रिंसिपल से करके प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आक्रोशित छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए प्रोफेसर का पुतला दहन किया। इस दौरान उन्होंने इंटरनल परीक्षा के बहिष्कार की घोषणा की।
छात्रों का कहना था कि प्रोफेसर छात्रों के साथ अश्लील हरकत और संबंध बनाने का दावा बनाते हैं। करीब एक दर्जन से अधिक छात्रों ने प्रोफेसर पर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि प्रमाण के रूप में उनके पास रिकॉर्डिंग, संदेश भी है। जो कॉलेज प्रशासन को दिया गया है। आरोपी परीक्षा नियंत्रक और फिजियोलॉजी प्रोफेसर है। प्रिंसिपल डॉक्टर आर्यन श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों की शिकायत पर प्राथमिक जांच के बाद प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया था। अब उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है।
Updated on:
22 Aug 2025 08:28 am
Published on:
22 Aug 2025 08:27 am
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