
Anil Rajbhar
वाराणसी. बीजेपी ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को हटाने के बाद उनका सारा पद राज्यमंत्री का स्वतंत्र प्रभार देख रहे अनिल राजभर को मिल गया है। सोमवार को अनिल राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस तरह से पिछले दो साल से सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर व्यवहार कर रहे थे उससे राजभर समाज में भी आक्रोश था और राजभर समाज काफी समय से ओमप्रकाश राजभर को हटाने की मांग कर रहा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाज की मांग मानते हुए ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री पद से हटाया है।
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अनिल राजभर ने कहा कि गाजीपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम होता है, जहां पर महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से डाक टिकट जारी किया जाता है। सरकार में रहते हुए ओमप्रकाश राजभर इस कार्यक्रम का विरोध किया था। ऐसे लोग समाज का भला नहीं कर सकते हैं इनकी आस्था महाराजा सुहेलदेव के प्रति भी नहीं है। यूपी में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजभर वोटरों को साधने के प्रश्र पर कहा कि २३ मई को लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम आने पर पता चल जायेगा कि कितनी मजबूती के साथ पिछड़ा वर्ग के लोग पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि राजभर समाज बीजेपी के साथ है इसलिए पार्टी को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
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अनिल राजभर को मिला ओमप्रकाश राजभर का विभाग
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के पास पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जनकल्याण मंत्री का पद था जो अब अनिल राजभर के पास आ गया है। अनिल राजभर के पास पहले ही होमगार्ड सहित अन्य विभाग था लेकिन बीजेपी से ओमप्रकाश राजभर के अलग होते ही अनिल राजभर का कद बढ़ गया है और बीजेपी के प्रमुख राजभर नेता बन गये हैं।
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Published on:
20 May 2019 04:42 pm
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