एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि दो इनामी बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने के लिए लोहता क्षेत्र में मौजूद है। क्राइम ब्रांच व लोहता एसओ राकेश सिंह मुखबिर के बताये स्थान मस्तान बाबा की मजार के पास नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। इसी बीच बाइक पर सवार होकर दो व्यक्ति आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हें रोकने का इशारा किया तो बाइक सवार ने फायरिंग कर दी। क्राइम ब्रांच व पुलिस ने किसी तरह दोनों बाइक सवार को पकड़ा। पूछताछ में पकड़े गये युवक ने अपना नाम रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू व नारायण यादव उर्फ राज निवासी बताया। दोनों ही बदमाश थाना चौक के बड़ी पियरी मेें रहते हैं। कुछ दिन पहले ही आईजी रेंज ने किट्टू पर इनाम बढ़ा कर 25 हजार से 50 हजार किया था। पूछताछ में किट्टू ने कई वारदात में शामिल होने की बात स्वीकार की है। अपराधियों के पास से पिस्टल, तमंचा, लूट की बाइक, मोबाइल फोन बरामद हुआ है। अपराधियों को पकडऩे में क्राइम ब्रांच प्रभारी के अलावा प्रदीप यादव, पुन्देव सिंह, सुमंत सिंह, रामभवन यादव, सुरेन्द्र मौर्या, घनश्याम वर्मा, कुलदीप आदि पुलिसकर्मी शामिल थे। पत्रकारा वार्ता में एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र प्रसाद भी उपस्थित थे।
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मुन्ना बजरंगी की तरह बनना चाहता था सुपारी किंग, सन्नी के एनकाउंटर के बाद संभाली थी गैंग की कमान
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद कई बदमाश उसकी जगह लेना चाहते हैं उसमे से एक नाम रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू का भी था। महिला अस्पताल में सन्नी का एनकाउंटर होने के बाद किट्टू ने ही गैंग की कमान संभाली थी। रंगदारी, सुपारी लेकर हत्या करना, लूट, छिनैती के काम में यह अपराधी लिप्त रहते थे। किट्टू पर विभिन्न थाने में २१ व नारायण यादव पर १६ मुकदमे दर्ज हैं। कुछ माह पहले इनामी बदमाश रईस बनारसी व राकेश अग्रहरी के बीच गैंगवार में दोनों की मौत हो गयी थी इस घटना में भी किट्टू का नाम आया था उसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। किट्टू के पकड़े जाने से उसके गैंग की कमर तोडऩा आसान हो गया है। गैंग में अभिषेक सिंह हनी, अशोक यादव, रामबाबू यादव, शिवा बिंद, मनीष सिंह शामिल है जिनके निशाने पर व्यापारी, डाक्टर, नेता रहते हैं और जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी वसूली जाती है। किट्टू की जरायम की दुनिया में इतनी हनक बढ़ गयी थी कि वह जेल में भी रहता था तो उसके फोन करने पर लोग रंगदारी का पैसा पहुंचा जाते थे। होली के पहले इनामी बदमाश के पकड़े जाने को पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
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मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद कई बदमाश उसकी जगह लेना चाहते हैं उसमे से एक नाम रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू का भी था। महिला अस्पताल में सन्नी का एनकाउंटर होने के बाद किट्टू ने ही गैंग की कमान संभाली थी। रंगदारी, सुपारी लेकर हत्या करना, लूट, छिनैती के काम में यह अपराधी लिप्त रहते थे। किट्टू पर विभिन्न थाने में २१ व नारायण यादव पर १६ मुकदमे दर्ज हैं। कुछ माह पहले इनामी बदमाश रईस बनारसी व राकेश अग्रहरी के बीच गैंगवार में दोनों की मौत हो गयी थी इस घटना में भी किट्टू का नाम आया था उसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। किट्टू के पकड़े जाने से उसके गैंग की कमर तोडऩा आसान हो गया है। गैंग में अभिषेक सिंह हनी, अशोक यादव, रामबाबू यादव, शिवा बिंद, मनीष सिंह शामिल है जिनके निशाने पर व्यापारी, डाक्टर, नेता रहते हैं और जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी वसूली जाती है। किट्टू की जरायम की दुनिया में इतनी हनक बढ़ गयी थी कि वह जेल में भी रहता था तो उसके फोन करने पर लोग रंगदारी का पैसा पहुंचा जाते थे। होली के पहले इनामी बदमाश के पकड़े जाने को पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
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