केन्द्र में पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार है और यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ शासन चला रहे हैं। बनारस में बीजेपी की मेयर श्रीमती मृदुला जायसवाल है। बीजेपी के पास अब यह बहाना नहीं है कि यूपी में मायावती या अखिलेश यादव की सरकार है जिसके चलते व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। बनारस के लोगों पर अधिकारियों की मनमानी भारी पड़ गयी है। सीवर सफाई का काम देर से शुरू हुआ और कई जगहों पर नाले से निकली गयी सिल्ट तक नहीं उठायी गयी। सड़क खोद कर सीवर लाइन तो बिछायी गयी है लेकिन मानक के अनुसार सड़क फिर से नहीं बनायी गयी। पहली बारिश हुई तो कही पर सड़क धंस गयी और जिला मुख्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर जलभराव हो गया। शहर के नीचले हिस्से भी जलभराव की समस्या से परेशान रहे।
यह भी पढ़े:-राहुल गांधी के दोस्त हैं सैफुद्दीन सोज, आज भी नहीं बदले आपातकाल लादने वाले
यह भी पढ़े:-राहुल गांधी के दोस्त हैं सैफुद्दीन सोज, आज भी नहीं बदले आपातकाल लादने वाले
जलभराव होते ही छाया आईपीडीएस का खौफ
पीएम नरेन्द्र मोदी ने शहर को तारों से मुक्त करने के लिए आईपीडीएय सोजना की सौगात दी है लेकिन स्थानीय अधिकारियों की मनमानी व ठेकेदारों की मिलीभगत से योजना को जमीन पर उतराने में जमकर लापरवाही बरती गयी है। पिछले साल आईपीडीएस में बरती गयी लापरवाही से गये जानवरों की मौत हो गयी थी। जलभराव होते ही लोगों का यह डर लगने लगा कि यहां पर करंट उतरा तो बचना मुश्किल है। विकास कार्य पर ध्यान नहीं देने के चलते शहर में डीएम रहे योगेश्वर राम मिश्रा का तबादल किया गया है अब देखना है कि नये जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह खराब व्यवस्था को कितना ठीक कर पाते हैं।
यह भी पढ़े:-शहर के व्यस्तम मुस्लिम इलाके में अवैध बेसमेंट खोज कर सुर्खियों में आया था IPS, सीएम योगी सरकार ने नहीं की कार्रवाई
पीएम नरेन्द्र मोदी ने शहर को तारों से मुक्त करने के लिए आईपीडीएय सोजना की सौगात दी है लेकिन स्थानीय अधिकारियों की मनमानी व ठेकेदारों की मिलीभगत से योजना को जमीन पर उतराने में जमकर लापरवाही बरती गयी है। पिछले साल आईपीडीएस में बरती गयी लापरवाही से गये जानवरों की मौत हो गयी थी। जलभराव होते ही लोगों का यह डर लगने लगा कि यहां पर करंट उतरा तो बचना मुश्किल है। विकास कार्य पर ध्यान नहीं देने के चलते शहर में डीएम रहे योगेश्वर राम मिश्रा का तबादल किया गया है अब देखना है कि नये जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह खराब व्यवस्था को कितना ठीक कर पाते हैं।
यह भी पढ़े:-शहर के व्यस्तम मुस्लिम इलाके में अवैध बेसमेंट खोज कर सुर्खियों में आया था IPS, सीएम योगी सरकार ने नहीं की कार्रवाई