scriptमुन्ना बजरंगी मर्डर से जुड़ रहे थे इस बस संचालक की हत्या के तार, गैंगवार की आशंका से उड़ी है पुलिस की नीद! | police unable to disclose Nitesh Singh Murder Case | Patrika News

मुन्ना बजरंगी मर्डर से जुड़ रहे थे इस बस संचालक की हत्या के तार, गैंगवार की आशंका से उड़ी है पुलिस की नीद!

locationवाराणसीPublished: Oct 29, 2019 01:00:33 pm

Submitted by:

Devesh Singh

गैंगवार की आशंका से भी पुलिस परेशान, बस संचालक के इतन दुश्मन थे कि मारने वालों का पता लगाना टेढ़ी खीर

Nitesh Singh Murder

Nitesh Singh Murder

वाराणसी. शिवपुर थाना क्षेत्र के तहसील में एक अक्टूबर को हुए बस संचालक नितेश उर्फ बबलू सिंह का मर्डर पहेली बनता जा रहा है। दिनदहाड़े बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली बरसा कर तहसील परिसर में ही बबलू सिंह की हत्या कर दी थी। इसके बाद जांच में जुटी पुलिस अभी तक कातिलों का सुराग तक नहीं लगा पायी है। अधिकारिक रुप से पुलिस ने इस बात का खुलासा भी नहीं किया है कि मर्डर के पीछे की कहानी क्या है।
यह भी पढ़े:-पुलिस को मिली बड़ी सफलता, ढाई करोड़ की हेरोइन के साथ दो तस्कार गिरफ्तार
सारनाथ थाना क्षेत्र के लोहिया नगर निवासी नितेश सिंह के कई गैंग से संबंध थे। अपराधियों को संरक्षण देने के साथ उनकी मदद करना भी बस संचालक का काम था। इसके चलते नितेश सिंह के सम्पर्क में कई बड़े अपराधी थे। बनारस में वर्षों पहले डा.डीपी सिंह का मर्डर हुआ था और इस चर्चित हत्याकांड में नितेश सिंह को आरोपी बनाया गया था बाद में वह कोर्ट से बरी हो गया था। नितेश सिंह पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे जिसमे से कुछ में उसे कोर्ट से क्लीन चिट मिल चुकी थी। नितेश सिंह के कई धंधे थे बस चलवाने से लेकर मजदूरों की सप्लाई करने का काम भी करता था। नितेश सिंह किसी से डरता नहीं था इसलिए उसके कई दुश्मन थे। नितेश उर्फ बबलू सिंह को पता था कि कई लोग उस पर हमला कर सकते हैं इसलिए उसने लाइसेंसी पिस्टल रखने के साथ अपनी लग्जरी कार को बुलेटप्रूफ करवा लिया था इसके बाद भी उसकी जान नहीं बच पायी।
यह भी पढ़े:-इस बदमाश पर 46 मुकदमे, जेल में हुआ था इश्क, खड़ी कर दी इतनी प्रॉपर्टी
सटीक मुखबिरी व पेशेवर शूटरों ने दिया था घटना को अंजाम
नितेश सिंह तहसील आये थे और कुछ काम करके अपनी कार में बैठ रहे थे इसी बीच शूटरों ने ताबड़तोड़ गोली चला कर उनकी हत्या कर दी थी। गोली मारने के बाद शूटर तुरंत चले गये थे और कुछ दूरी पर जाने के बाद फिर वापस आये थे। शूटरों को लगा था कि नितेश की जान अभी नहीं गयी है इसलिए वापस आकर फिर से गोली मारी थी और असलहा लहराते हुए फरार हो गये थे। शूटरों ने जिस बेखौफ ढंग से घटना को अंजाम दिया था उसके पुलिस ने चुनौती मानी थी। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने सारनाथ थाना प्रभारी को तुरंत निलंबित कर दिया था। खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच के साथ पुलिस की कई टीमे लगायी गयी थी लेकिन कातिल अभी तक कानून के शिकंजे में नहीं आ सके हैं।
यह भी पढ़े:-सर्राफा करोबारी को बचाने के लिए तीन लुटेरों से निहत्थे ही भिड़ गया था कमलेश यादव, अपराधियों ने मार डाला
गैंगवार की आशंका से उड़ी हुई है पुलिस की नीद
बागपत की जेल में सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी की हत्या से ही पूर्वांचल में गैंगवार की पटकथा तैयार हो गयी थी। इसके बाद नितेश सिंह की हत्या को भी कुछ लोग इसी कड़ी से जोड़ कर देख रहे हैं जबकि अन्य लोगों का मानना है कि बस संचालक का मर्डर कर मुन्ना बजरंगी की मौत का बदला लिया गया है। जौनपुर के एक बाहुबली नेता, लखनऊ के एक बाहुबली का नाम भी इस घटना से जोड़ा जा रहा है। फिलहाल पुलिस के पास अभी तक हत्या के सही कारण की जानकारी नहीं हो पायी है ऐसे में शूटरों की पहचान करना दूर की कौड़ी है।
यह भी पढ़े:-क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, 10 साल से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी बदमाश को किया गिरफ्तार
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो