20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

BSF के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की बढ़ेगी परेशानी, इन धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा

एसएसपी ने कहा आचार संहिता के उल्लंघन के साथ ही धारा 144 के उल्लघंन का मामला, जानिए क्या है कहानी

2 min read
Google source verification
Tej Bahadur Yadav

Tej Bahadur Yadav

वाराणसी. बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की फजीहत बढ़ सकती है। एडवोकेट कमलेश चन्द्र त्रिपाठी की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। एसएसपी ने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन सहित अन्य मामलों में मुकदमा लिखा गया है। जांच में और तथ्य मिलते हैं तो धारा बढ़ायी जायेगी। फिलहाल पुलिस के मुकदमा दर्ज होने से तेज बहादुर यादव की परेशानी बढऩे वाली है।
यह भी पढ़े:-जिला निर्वाचन अधिकारी ने जारी किये सिंबल, बाहुबली अतीक अहमद को मिला यह चुनाव निशान


तेज बहादुर यादव के समर्थकों पर कलेक्ट्रेट परिसर में आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप है। नामांकन निरस्त हो जाने के तेज बहादुर यादव के समर्थकों ने कचहरी परिसर में धरना देने के साथ ही नारेबाजी की थी। अखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन के कार्यकर्ता भी वहां पर मौजूद थे जिनकी प्रशासन के लोगों के साथ नोकझोक भी हुई थी। इसके बाद एडवोकेट कमलेश चन्द्र त्रिपाठी की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन के दौरान वीडियोग्राफी करायी जा रही थी और सीसीटीवी भी लगा था जहां से वीडियो फुटेज मंगाये जा रहे हैं। वीडियो फुटेज के आधार पर तेज बहादुर यादव के खिलाफ धार बढ़ायी जा सकती है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि धारा १४४ लागू हैं और कुछ लोगों ने नामांकन के दौरान धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी की थी। साथ ही अधिक संख्या में भीड़ जमा की गयी थी इस आरोप में तेज बहादुर यादव व उनके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
यह भी पढ़े:-मिशन पूर्वांचल फतह करने में जुटे पीएम नरेन्द्र मोदी, शुरू हुआ ताबड़तोड़ चुनावी रैली का दौर

तेज बहादुर यादव के साथियों की बढ़ सकती है मुश्किल
तेज बहादुर के साथ उनके साथियों की भी मुश्किले बढ़ सकती है। चर्चा है कि तेज बहादुर के साथी फौजी वर्दी में आये थे। वीडियो फुटेज में इन चीजों को खंगाला जा रहा है यदि वर्दी के साथ आने की बात सही साबित होगी तो फजीहत बढऩा तय है। तेज बहादुर यादव ने पहले ही पीएम नरेन्द्र मोदी पर नामांकन निरस्त कराने का आरोप लगाया था और कहा था कि वह बहन शालिनी यादव का चुनाव प्रचार करेंगे। चुनाव तक वह बनारस में ही रहने वाले हैं।
यह भी पढ़े:-सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के बयान पर बीजेपी का पलटवार, कहा जब हमने किया तो लगा रहे थे राजनीतिकरण करने का आरोप