
Fat Burner Supplements
Fat Burner Supplements: आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में मोटापा और ओवरवेट से लाखों लोग जूझ रहे हैं। जब शरीर का वजन ज्यादा हो जाता है, तब कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगता हैं। वजन घटाने के लिए लोग जिम, डाइट प्लान या कई ओर तरह से भी काफी जद्दोजहद करते हैं। अगर आप वजन कम करने के लिए सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो जरा ध्यान दें।
कई बार फैट बर्निंग के चक्कर में लोग ऐसे सप्लीमेंट्स ले लेते हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। कुछ सप्लीमेंट्स में मौजूद केमिकल्स और स्टिमुलेंट्स से वजन तो कम हो सकता है, लेकिन इसके साथ कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। ये सप्लीमेंट्स बिना डॉक्टर की सलाह के लेना सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं इन सप्लीमेंट्स को खाने से एक समय बाद शरीर को कैसे नुसानदायक पंहुचा सकती हैं।
कुछ फैट बर्नर सप्लीमेंट्स में कैफीन और अन्य स्टिमुलेंट्स अधिक मात्रा में होते हैं, जो दिल की धड़कन तेज कर सकते हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर आपको पहले से ही हाई बीपी या दिल से जुड़ी कोई समस्या है तो ऐसे सप्लीमेंट्स से बचना जरूरी है।
अगर आपको अक्सर एसिडिटी, गैस या पेट दर्द की समस्या होती है तो आपके सप्लीमेंट्स की वजह से हो सकता है। कुछ फैट बर्नर ऐसे तत्वों से बने होते हैं, जो पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं। लंबे समय तक इनका इस्तेमाल करने से कब्ज, डायरिया और आंतों की समस्याएं हो सकती हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि फैट बर्निंग सप्लीमेंट्स आपके लिवर और किडनी को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं? इनमें मौजूद केमिकल्स को शरीर से बाहर निकालने के लिए लिवर और किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। अगर आप बिना सोचे-समझे लगातार ऐसे सप्लीमेंट्स ले रहे हैं तो लिवर और किडनी डैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है।
आपको बता दें, ज्यादातर फैट बर्निंग सप्लीमेंट्स में कैफीन और अन्य उत्तेजक तत्व होते हैं। जो नींद को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से इनका सेवन करते हैं तो नींद न आना, बेचैनी और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि फैट बर्निंग सप्लीमेंट्स सिर्फ वजन कम करते हैं तो ऐसा नहीं है। कुछ सप्लीमेंट्स आपके हॉर्मोन लेवल को भी बिगाड़ सकते हैं। महिलाओं में इससे पीरियड्स की अनियमितता, त्वचा की समस्याएं और मूड स्विंग्स हो सकते हैं। वहीं पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिर सकता है। जिससे कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
31 Mar 2025 01:44 pm
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