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China-Philippines Face off: विस्तारवादी नीति से ग्रसित चीन ने आखिर फिलीपींस पर हमला कर दिया। जिसे लेकर अमेरिका तिलमिला गया है और उसने चीन के लिए चेतावनी जारी कर दी है। वहीं विदेशी मामलों के जानकारों का कहना है कि फिलीपींस पर हमला करने से चीन ने खुद के लिए मुसीबत खड़ी कर ली है क्योंकि अब अमेरिका चीन पर कई तरह के व्यापारिक प्रतिबंध लगा सकता है, जिससे चीन को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। बता दें कि विवादित दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में चीन के कोस्टल गार्ड्स ने फिलीपींस के नौसैनिकों की नावों पर हमला कर दिया।
फिलीपींस (Philippines) के सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि चीनी बलों ने तनावपूर्ण टकराव में विवादित दक्षिण चीन सागर तट पर एक सैन्य चौकी पर भोजन और दूसरी आपूर्ति पहुंचाने वाली फिलीपींस के दो नावों को हमला कर उन्हें जबरदस्ती जब्त करने की कोशिश की। चीनी कोस्टल गार्ड्स (Chinese Coastal Gaurds) ने नावों पर सवार फिलीपींस की नौसैनिकों से हथापाई भी की जिसें 9 सैनिक गंभीर रूप से घायल भी हो गए हैं।
इस मामले को लेकर फिलीपींस के 2 सुरक्षा अधिकारियों, जिन्हें दक्षिणी चीन सागर के तट पर आपूर्ति मिशन के बारे में जानकारी थी उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी को बताया कि फिलिपींस के सैनिकों की संचालित दो नावों ने ताजा आपूर्ति देने के लिए तट पर BRP सिएरा माद्रे से संपर्क किया था, तब कई चीनी तट रक्षक कर्मी वहां पहुंच गए थे। उन्होंने फिलिपींस की स्पीडबोट मिशन को रोकने की कोशिश की जिसे सैनिकों ने रोकने लगे तो चीनी कोस्टल गार्ड ने उनसे हाथापाई की और मारा-पीटा। (China-Philippines Face off) इस मारपीट में 9 नौसैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें से एक का तो अंगूठा ही कट गया। यही नहीं इन अधिकारियों को इस हमले के बारे में सार्वजनिक जानकारी ना देने को भी कहा दया था।
फिलीपींस पर इस हमले के बाद अमेरिका तिलमिला गया। उसने बयान जारी कर चीन को वॉर्निंग दे दी है अमेरिका ने कहा कि वो फिलिपींस की रक्षा करने को बाध्य है। अगर चीन अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आता तो मजबूरन अमेरिका को कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
उधर इस हमले को लेकर चीन ने भी जवाब दिया है। चीन के तट रक्षक (CCG) ने एक बयान में कहा कि एक चीनी जहाज के साथ मामूली टक्कर के लिए फिलिपींस का जहाज ही जिम्मेदार था।
अब कहा जा रहा है कि दक्षिण चीन सागर का ये क्षेत्रीय विवाद जो लंबे समय से एशियाई टकराव का बिंदु माना जाता है, ये इस हमले के बाद बढ़ सकता है। ये संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन को एक बड़े संघर्ष में फंसा सकता है। इधर चीन और फिलीपींस दक्षिणी चीन सागर में हुए इस टकराव के लिए एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं।
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Published on:
20 Jun 2024 11:55 am
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