20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Kuwait Divorce: छह माह में 2600 से अधिक तलाक हुए, महिलाओं ने ‘खुला’ के जरिए मांगा सबसे ज्यादा डिवोर्स

Kuwait Divorce rate: कुवैत में सामाजिक संचरना में तेजी से परिवर्तन आ रहा है। वहां की 222 महिलाओं ने खुला के जरिए तलाक मांगा। 287 महिलाओं ने यौन संबंध बनाने से पहले ही विवाह तोड़ा दिया।

2 min read
Google source verification
Khula divorce in Kuwait

कुवैत में तलाक के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। (Photo: ChatGpt)

Kuwait Divorce News: कुवैत में 2025 के पहले छह मााह में 2600 से अधिक तलाक के मामलेे सामने आए हैं। इनमें भी खासतौर पर शुरुआती विवाह टूटने और महिलाओं की ओर से ‘खुला’ के जरिए तलाक (Khula Divorce) मांगने के मामलों में तेजी आई है। हालांकि विवाह दर अब भी मजबूत है, लेकिन यह रुझान पारिवारिक ढांचे में गहरे बदलाव का संकेत दे रहा है। इसका बड़ा कारण सामाजिक तनाव और पारिवारिक विवाद बताए गए आए हैं।

तलाक और नए पैटर्न आए सामने

Talaq and Khula News: कुवैत न्याय मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जनवरी से जुलाई 2025 के बीच 222 ‘खुला’ मामले सामने आए, जिनमें पत्नियों ने तलाक की पहल की। इसी अवधि में 287 महिलाओं ने यौन संबंध से पहले ही विवाह तोड़ दिया, जो संबंध के बाद तलाक लेने वाली संख्या से अधिक है। यह बताता है कि कई शादियां पूरी तरह शुरू होने से पहले ही टूट रही हैं। वहीं, 439 मामले ऐसे रहे जहां पतियों ने एक पत्नी को तलाक दिया लेकिन अन्य पत्नियों के साथ विवाह जारी रखा, जो बहुपत्नी प्रथा की जटिलताओं को दर्शाता है।

क्या है 'खुला' प्रक्रिया?

What is Khula in islam? इस्लामी पारिवारिक कानून में खुला वह प्रक्रिया है जिसमें पत्नी अपनी इच्छा से पति से अलग होने का अधिकार प्रयोग करती है। इसके तहत पत्नी अदालत या धार्मिक प्राधिकरण की स्वीकृति से कुछ शर्तें पूरी कर पति को मुआवजा देकर विवाह विच्छेद कर सकती है।

तलाक के बावजूद विवाह दर उच्च स्तर पर

तलाक के बढ़ते मामलों के बावजूद बहुविवाह और पुनर्विवाह के चलते विवाह दर उच्च स्तर पर है। जनवरी से जुलाई 2025 में कुल 5,993 विवाह दर्ज किए गए, जिनमें से 75% मामलों में दोनों पक्ष कुवैती नागरिक थे। वहीं, तलाक केवल नई शादियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इन 2,666 मामलों में पुराने विवाह भी शामिल थे। स्थिति से निपटने के लिए न्याय मंत्रालय ने सुलह केंद्रों को मजबूत करने में जुटा है।