
Baloch villagers (Photo - The Balochistan Post on social media)
इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच चल रहा युद्ध अब खत्म हो चुका है। दोनों देशों ने सीज़फायर पर सहमति जता दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इज़रायल और ईरान से शांति बनाए रखने की अपील की है। करीब 12 दिन चले इस युद्ध का असर दोनों देशों पर पड़ा। इज़रायल और ईरान, दोनों को ही इस युद्ध का खामियाजा भुगतना पड़ा। हालांकि एक और देश भी है जिसके एक प्रांत पर इस युद्ध का गंभीर असर पड़ा है। हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत की, जिसकी बॉर्डर, ईरान से लगती है।
इज़रायल और ईरान के बीच युद्ध की वजह से पाकिस्तान ने बलूचिस्तान की ईरान से लगने वाली बॉर्डर को बंद कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह फैसला लिया था और अब बॉर्डर खोल दी गई है, लेकिन करीब 12 दिन चले युद्ध का बलूचिस्तान पर गंभीर असर पड़ा है।
इज़रायल-ईरान के युद्ध की वजह से बलूचिस्तान में पैदा हुए हालातों से लोगों को परेशानी हो रही है। ऐसे लोग जिनकी हाल ही में शादी हुई है, उनके ईरान में रहने वाले रिश्तेदार बलूचिस्तान नहीं आ पाए। कई ऐसे लोग जिन्हें ईरान जाना था, वो बलूचिस्तान में ही फंस गए। इतना ही नहीं, युद्ध की वजह से प्रांत में खाद्यान्न की कमी, पेट्रोल-डीज़ल की सप्लाई में देरी से कीमत का बढ़ना, बेरोजगारी का जोखिम, ईरान से मंगाने वाले सामान का बॉर्डर पर अटकना, बिजली की समस्या, व्यापार पर असर जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं।
Updated on:
25 Jun 2025 06:19 pm
Published on:
25 Jun 2025 01:26 pm
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