
इज़राइल ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने वॉशिंगटनमें इज़राइल के राजनयिकों की हत्या की निंदा की है। (फोटो:ANI)
Israeli Diplomats Murder USA: वॉशिंगटन डीसी में इज़राइल के दो युवा राजनयिकों की हत्या (Israeli diplomat murder USA) ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। एक निजी डिनर से लौटते समय यारोन लिस्चिन्स्की और सारा मिलग्रिम पर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग कर दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। अब तक की जानकारी के अनुसार यह कोई "हेट क्राइम" है, जिसकी जांच FBI और मोसाद की संयुक्त टीम कर रही है। इस दुखद घटना के बाद इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया (Netanyahu reaction diplomat killing) दी है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर साझा वीडियो में कहा: “यह हमला किसी रैंडम अपराध का हिस्सा नहीं था। यह एक आतंकी हमला था -क्योंकि वे यहूदी थे।”
इज़राइली पीएम नेतन्याहू ने एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश के माध्यम से दिए गए अपने भाषण में कहा, "कल रात वाशिंगटन में कुछ भयानक हुआ। एक क्रूर आतंकवादी ने एक युवा सुंदर जोड़े - यारोन लिस्चिन्स्की और सारा मिलग्रिम को निर्ममतापूर्वक गोली मार दी। यारोन ने सारा के लिए सगाई की अंगूठी खरीदी थी। वह अगले सप्ताह यरूशलेम में उसे देने की योजना बना रहा था। वे एक साथ एक नया और खुशहाल जीवन शुरू करने की योजना बना रहे थे। खैर, दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। यारोन और सारा एक यादृच्छिक अपराध के शिकार नहीं थे।
उन्होंने तथ्यों और आंकड़ों के साथ गाजा में खाद्य सहायता न पहुंचने के दावों को खारिज कर दिया। इज़रायली प्रधानमंत्री ने एक महत्वपूर्ण घोषणा में, कहा, "जहाँ तक बंधकों का सवाल है, हम उन्हें सुरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। मैं और अधिक लोगों को बाहर निकालने के लिए एक अस्थायी युद्धविराम के लिए तैयार हूँ, लेकिन हम मांग करते हैं, और आपको भी मांग करनी चाहिए, कि हमारे सभी बंधकों को तुरंत रिहा किया जाए। और इसलिए हर सभ्य देश को यह मांग करनी चाहिए।"
अमेरिकी वाइस प्रेसीडेंट जेडी वेंस ने वॉशिंगटन डीसी में इज़राइली राजनयिकों पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा: “यह हमला न केवल निर्दोष लोगों पर, बल्कि अमेरिका-इज़राइल संबंधों पर भी हमला है। हम ऐसे किसी भी आतंक को अपनी धरती पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। दोषियों को जल्द पकड़कर सजा दी जाएगी।” उनके इस बयान को दोनों देशों के बीच मजबूत गठबंधन के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी वॉशिंगटन में इज़राइली राजनयिकों की हत्या पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा: “यह हमला यहूदी समुदाय पर नहीं, बल्कि अमेरिका की आत्मा पर हमला है। हम इज़राइल के साथ खड़े हैं और आतंक के इस रूप को जड़ से मिटाएंगे।” बाइडन का यह बयान अमेरिकी राजनीति में व्यापक समर्थन को दर्शाता है, जो इज़राइल के साथ एकता की भावना को मजबूत करता है।
"इज़राइल ने 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में 92,000 सहायता ट्रक भेजे हैं। हाँ, 92,000 सहायता ट्रक। इसमें 1.8 मिलियन टन सहायता शामिल है। 1.8 मिलियन टन सहायता-गाजा में सभी को खिलाने के लिए पर्याप्त से अधिक भोजन है। फिर भी, जब हमने सहायता आने दी, तो हमास ने वह चुरा ली। उन्होंने इसका एक बड़ा हिस्सा अपने लिए ले लिया। बाकी चीजें उन्होंने फिलिस्तीनियों को बहुत ज़्यादा कीमतों पर बेच दीं।
इज़राइली प्रधानमंत्री ने कहा, और फिर उन्होंने चुराए गए पैसे का इज़राइल के खिलाफ अपना युद्ध जारी रखने के लिए नए आतंकवादियों की भर्ती करने में इस्तेमाल किया। हमारा शुरू से ही लक्ष्य फिलिस्तीनी नागरिकों को भोजन पहुंचाना था, हम फिलिस्तीनी आतंकवादियों को नहीं पहुंचाना चाहते थे ।"
उन्होंने इज़राइल को समर्थन देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैं विशेष रूप से राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिकी लोगों का इज़राइल और यहूदी लोगों के साथ उनके स्पष्ट रुख के लिए आभार व्यक्त करना चाहता हूं। हम साथ खड़े हैं। हम साथ मिल कर जीतेंगे और बर्बरता पर सभ्यता की जीत देखेंगे।"
क्या वॉशिंगटन में इज़राइली राजनयिकों की हत्या अमेरिकी सुरक्षा चूक है?
क्या यह हमला अमेरिका-इज़राइल संबंधों में नई दरार पैदा करेगा?
क्या इज़राइल अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर अब नए नियम लागू करेगा?
अमेरिकी विदेश विभाग: "हम हमले की कड़ी निंदा करते हैं। यह हमारे धरती पर हुआ, हम दोषियों को नहीं छोड़ेंगे।"
यूएन प्रवक्ता: “यह हमला बेहद निंदनीय है, हम इज़राइल के साथ खड़े हैं।”
अरब लीग का बयान: “इस घटना को वैश्विक राजनीति से न जोड़ें। जांच निष्पक्ष होनी चाहिए।”
Updated on:
23 May 2025 01:18 pm
Published on:
23 May 2025 01:17 pm
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