सचिवालय का हो रहा गठन
संस्था के अभिकर्ता रवि शेखर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्रदूषण के नियंत्रण के लिए मुख्य रूप से एक क्षेत्रीय कार्ययोजना, हर जिले में वायु गुणवत्ता मापन, कचरा निस्तारण के लिए उत्तर साधन आदि के सवाल पर काफी अभियान चलाने की जरूरत है। इन मांगों के पूरा होने पर ही वायु प्रदूषण में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि सभी संगठनों को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। ऐसे साझा प्रयासों को मजबूती देने के लिए 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान वाराणसी में प्रदेश स्तरीय सचिवालय का गठन कर रहा है। यह सचिवालय वायु प्रदूषण के सवाल पर काम करने वाली संस्थाओं को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराएगा।
संस्था के अभिकर्ता रवि शेखर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्रदूषण के नियंत्रण के लिए मुख्य रूप से एक क्षेत्रीय कार्ययोजना, हर जिले में वायु गुणवत्ता मापन, कचरा निस्तारण के लिए उत्तर साधन आदि के सवाल पर काफी अभियान चलाने की जरूरत है। इन मांगों के पूरा होने पर ही वायु प्रदूषण में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि सभी संगठनों को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। ऐसे साझा प्रयासों को मजबूती देने के लिए 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान वाराणसी में प्रदेश स्तरीय सचिवालय का गठन कर रहा है। यह सचिवालय वायु प्रदूषण के सवाल पर काम करने वाली संस्थाओं को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराएगा।
यहां हुआ प्रोग्राम
गुरुवार को द क्लाइमेट एजेंडा संस्था की ओर से दिल्ली गेट स्थित देवांश होटल में वायु प्रदूषण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें शहर की समाज सेवी संगठनों के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य कर रहे लोगों ने भाग लिया और प्रदूषित होते जा रहे शहर को बचाने के लिए अपने अपने विचार रखे।
गुरुवार को द क्लाइमेट एजेंडा संस्था की ओर से दिल्ली गेट स्थित देवांश होटल में वायु प्रदूषण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें शहर की समाज सेवी संगठनों के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य कर रहे लोगों ने भाग लिया और प्रदूषित होते जा रहे शहर को बचाने के लिए अपने अपने विचार रखे।
यहां से शुरू हुआ अभियान
संस्था के रवि शेखर ने बताया कि वाराणसी से शुरू हुआ अभियान पूरी यूपी में चलाया जाएगा। उन्होने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उत्तर भारत के सभी राज्य गंभीर प्रदूषण की चपेट में आ चुके हैं। प्रदूषण के मामले में दिल्ली पहले नंबर पर तो आगरा का दूसरा नंबर चल रहा है। आगरा पर्यटन नगरी होने के कारण भी उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई वायु प्रदुषण पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा, रिवर कनेक्ट अभियान के अनिल शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सैना आदि मौजूद रहे।
संस्था के रवि शेखर ने बताया कि वाराणसी से शुरू हुआ अभियान पूरी यूपी में चलाया जाएगा। उन्होने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उत्तर भारत के सभी राज्य गंभीर प्रदूषण की चपेट में आ चुके हैं। प्रदूषण के मामले में दिल्ली पहले नंबर पर तो आगरा का दूसरा नंबर चल रहा है। आगरा पर्यटन नगरी होने के कारण भी उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई वायु प्रदुषण पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा, रिवर कनेक्ट अभियान के अनिल शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सैना आदि मौजूद रहे।