27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मोदी की रैली से पूर्व किसान नेता ने बताई किसानों की बात, देखें वीडियो

भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष मोहन सिंह चाहर का कहना है कि बृज क्षेत्र का किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहा है।

2 min read
Google source verification
Narendra Modi

नरेन्द्र मोदी

आगरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जुलाई को शाहजहांपुर की रोजा मंडी में किसान कल्याण रैली करने जा रहे हैं। नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि रैली में दो लाख किसान भाग लेंगे। रैली से पूर्व भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने प्रधानमंत्री को किसानों की समस्याएं बताई हैं।

यह भी पढ़ें

किसानों के काम की खबर, बढ़ जाएंगी खेती से आमदनी, देखें वीडियो

यह भी पढ़ें

किसान बोले अभी नहीं आए हमारे अच्छे दिन

डेढ़ गुना मूल्य तय हो लागत का
मोहन सिंह चाहर का कहना है कि बृज क्षेत्र का किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहा है। फसल का डेढ़ गुना मूल्य किसान से पूछकर तय होना चाहिए, न कि कार्यालय में बैठकर। किसान की लागत के हिसाब से डेढ़ गुना मूल्य नहीं है। कार्यालयों में बैठे लोग मनमाने तरीके से फसल का मूल्य तय करते हैं। किसान तीन कट्टा खाद डालता है और मूल्य तय करते समय एक कट्टा से भी कम खाद का मूल्य रखा जाता है।

यह भी पढ़ें

किसानों की पुकार, पीछे पड़े हैं गाय और बिजार, खेतों को बचाइए सरकार, देखें वीडियो


यह भी पढ़ें

किसान कल्याण रैली रैली से पूर्व किसानों के ‘मन की बात’ सुनिए प्रधानमंत्री जी

आलू निर्यात जोन की जरूरत

उन्होंने कहा कि आलू किसान हर साल घाटा सहता है। जरूरी है कि आलू किसानों के उद्धार के लिए आगरा में आलू निर्यात जोन बनाया जाए। नहरों में पानी समय पर मिले। कृषि उपकरण जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) से मुक्त होने चाहिए। बिजली के कारण भी सिंचाई नहीं हो पाती है।

यह भी पढ़ें

पीएम मोदी की किसान कल्याण रैली में कितने किसान आएंगे, देखें वीडियो

यह भी पढ़ें

संबंधित खबरें

बरेली में योगी करेंगे पीएम मोदी का स्वागत, 20 हजार किसान होंगे रैली में शामिल, जानिए पूरा प्रोग्राम


गन्ना किसान परेशान

श्री चाहर ने कहा कि जहां रैली हो रही है, वहां गन्ना किसानों की समस्या है। गन्ना का समर्थन मूल्य कम है। सरकारी स्तर पर गन्ना खरीद लिया जाता है, लेकिन भुगतान सालों बाद मिलता है। इससे किसान कर्जा और घटा सहता है। गेहूं की तरह गन्ना का भुगतान भी तत्काल होना चाहिए।

यह भी पढ़ें

पीएम मोदी की किसान कल्याण रैली शाहजहांपुर में ही क्यों, चौंकाने वाला खुलासा

यह भी पढ़ें

योगी जी आलू किसानों के लिए कुछ तो सोचिए, कब तक नुकसान का सामना करेंगे किसान...