अजमेर. राज्यपाल कलराज मिश्र (kalraj mishra) 30 अक्टूबर को अजमेर आएंगे। वे महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (mdsu ajmer) में ऋषि दयानंद सरस्वती पर होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी के अलावा दरगाह जियारत (garib nawaz dargah) और पुष्कर सरोवर (pushkar lake) का पूजन करेंगे।
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कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह (prof r.p.singh) ने बताया कि राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र 30 अक्टूबर को सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय में ऋषि दयानंद सरस्वती (dayanad sarawati) पर होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी में शिरकत करेंगे। हाई-टी के बाद वे ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती चिश्ती (khwaza moinudin chishty) की दरगाह की जियारत करेंगे। इसके बाद वे पुष्कर सरोवर का पूजन करेंगे।
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दौरे की तैयारियां शुरु
राज्यपाल मिश्र (governor of rajasthan) के आगमन को लेकर विश्वविद्यालय में तैयारियां शुरू हो गई हैं। कुलपति ने संगोष्ठी (conference) सहित कामकाज के लिए कमेटियों का गठन किया है। उधर जिला प्रशासन (administration) और पुलिस (police) भी दौरे की तैयारियों में जुट गए हैं। दरगाह और पुष्कर सरोवर पर विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
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चाहिए स्मार्ट ग्रीन और पॉली हाउस, हो सकती है नई रिसर्च
शहर में स्मार्ट ग्रीन और पॉली हाउस (green and polly house) नहीं है। घूघरा पौधशाला में ये दोनों हाउस बर्बाद हो चुके हैं। ग्रीन और पॉली हाउस ना केवल पौधों बल्कि शोधार्थियों-विद्यार्थियों के लिए मददगार हैं, लेकिन इन्हें सरकार, जिला प्रशासन और वन विभाग गम्भीर नहीं है।
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घूघरा घाटी स्थित वन विभाग की पौधशाला बनी है। यहां बारिश, सर्दी और ग्रीष्म ऋतु के दौरान नीम, करंज, अशोक, अमलताश, बोगनवेलिया और अन्य पौधे तैयार किए जाते हैं। राजस्थान वानिकी एवं विविधता परियोजना के तहत तत्कालीन वन एवं पर्यावरण (forest and environment) राज्यमंत्री लक्ष्मी नारायण दवे ने वर्ष 2006 में उच्च तकनीकी पौधशाला का उद्घाटन किया था।
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कबाड़ हो चुके हैं दोनों हाउस
पर्यावरण बदलाव, बढ़ती गर्मी और तापमान के चलते पेड़-पौधों पर असर पडऩे लगा है। पौधों को झुलसाती धूप और गर्मी से बचाने के लिए पौधशाला में ग्रीन और पॉली हाउस बनाए गए थे। विभाग ने शुरूआत में ग्रीन और पॉली हाउस का उपयोग किया।