डॉ. जारौली ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए स्टाफ ट्रेनिंग स्कूल बनाया था। बोर्ड जल्द स्कूल शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की शुरुआत करेगा। इसमें शिक्षण-पाठ्यक्रमों और परीक्षात्मक नवाचार पर नियमित चर्चा की जाएगी। बोर्ड को हाईटेक और स्मार्ट बनाने के लिए योजनाएं बनेंगी। दूरस्थ विद्यार्थियों को भी ऑनलाइन सुविधाएं कैसे मिलें इस पर जोर दिया जाएगा। इस दौरान सचिव मेघना चौधरी, वित्त नियंत्रक आनंद आशुतोष, निदेशक जी. के. माथुर और अन्य मौजूद थे।
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परीक्षा पहली प्राथमिकताडॉ. जारौली ने कहा कि मार्च में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं होंगी। उनकी पहली प्राथमिकता राज्य में शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षाएं कराना और परिणाम निकालना है। बोर्ड में बगैर अध्यक्ष भी परीक्षा व्यवस्थाएं सुचारू चली हैं। अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ इसमें सकारात्मक सुधार किए जाएंगे।
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दिसंबर के बाद सिर्फ परीक्षात्मक कार्यस्कूल शिक्षकों को विभिन्न सरकारी कार्यों में लगाने के सवाल पर डॉ. जारौली ने कहा कि हम सरकार से जल्द चर्चा करेंगे। प्रतिवर्ष दिसंबर के बाद शिक्षकों की ड्यूटी सिर्फ सिर्फ शैक्षिक कार्य में लगाने का आग्रह करेंगे। इससे स्कूल में पढ़ाई खराब होने और बोर्ड के शैक्षिक कार्यों में परेशानी नहीं होगी।
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कैमरे पर करेंगे विचार, कराएंगे दीक्षांतबोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षाओं के बाद दीक्षांत समारोह कराया जाएगा। इसमें टॉपर्स को मेडल बांटे जाएंगे। परीक्षाओं में अनावश्यक सीसीटीवी-वीडियोग्राफी के सवाल पर उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के पारदर्शिता से संचालन के लिए यह जरूरी है। लेकिन अनावश्यक सीसीटीवी नहीं खरीदे जाएंगे।
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