
World Tourism day 2019: शाही रेल के रूट से गायब है अजमेर, तो कैसे बढ़ेगा Tourism
अजमेर. अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह (dargah shrif) और ब्रह्मा की नगरी पुष्कर (pushkar) में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक(foreign tourist) आते हैं। उर्स (urs) और पुष्कर मेले(pushkar fair) में इनकी संख्या प्रतिदिन लाखों में पहुंच जाती है। इसके बावजूद यह विडम्बना है कि अजमेर में एक भी शाही ट्रेन का ठहराव नहीं है। अजमेर के शाही रेल (Royal train) से जुडऩे से पर्यटन ( Tourism in ajmer ) को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों (tourists)को सुविधा भी मिलेगी, लेकिन अभी तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
यह टे्रनों के रूट
- रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स पर्यटक ट्रेन रूट : जोधपुर, चितौड़, उदयपुर, रणथम्भोर, जयपुर, मध्यप्रदेश के खजुराहो और उत्तर प्रदेश जाती है।
- पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का रूट : नई दिल्ली से जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, चितौडगढ़़, उदयपुर, बीकानेर और आगरा जाती है।
फैक्ट फाइल (अजमेर आए)
वर्ष देशी सैलानी विदेशी सैलानी
2015 4543300 36421
2016 4896070 41128
2017 4651920 59405
2018 4733700 53312
भारतीय और विदेशी (पुष्कर आए)
वर्ष भारतीय विदेशी सैलानी
2015 3599960 69494
2016 3961130 98251
2017 4636005 101673
2018 4454740 109797
यहां आते हैं देश-विदेश से लोग
- ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह( ajmer dargah)
- विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला(pushkar fair)
- नागौर रामदेव पशु मेला(Ramdev Cattle Fair)
- भीलवाड़ा फेस्टिवल (Bhilwara Festival)
इनका कहना है...
शाही ट्रेन जिस समय चलाई गई थी उसका उददेश्य हेरिटेज (Heritage)और वाइल्ड लाइफ(Wild life) से जोडऩा था। अजमेर धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- प्रद्युम्मन सिंह, पर्यटक अधिकारी, पर्यटन विभाग
Published on:
27 Sept 2019 11:56 am
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