Brahma-Pushkar Corridor : केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत पुष्कर में बनाए जाने वाले ब्रह्मा कॉरिडोर के प्रथम चरण के लिए केंद्र सरकार से 130 करोड की राशि मांगी गई है।
महावीर भट्ट
Brahma-Pushkar Corridor : केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत पुष्कर में बनाए जाने वाले ब्रह्मा कॉरिडोर के प्रथम चरण के लिए केंद्र सरकार से 130 करोड़ की राशि मांगी गई है। हालांकि डीपीआर बनने के बाद राशि का आंकड़ा बढ़ना तय है। करोड़ों की लागत से बनने वाले बहुप्रतीक्षित ब्रह्मा-पुष्कर कॉरिडोर की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई। शनिवार को गाजियाबाद की सर्वे कपनी के तीन सदस्यों ने पुष्कर पहुंचकर मशीनों से सर्वे कार्य शुरू कर दिया।
ब्रह्मा कॉरिडोर का निर्माण केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना में होना है। पर्यटन विभाग की अनुशंषा पर राज्य सरकार ने प्रथम चरण में केन्द्र सरकार को 130 करोड़ की राशि स्वीकृत करने का प्रस्ताव भेजा है। जानकारी के अनुसार कॉरिडोर निर्माण के लिए पर्यटन विभाग की ओर से पुष्कर सरोवर में जलस्तर कायम रखने, पाथवे निर्माण, मार्ग में स्थित धार्मिक स्थलों का विकास कराया जाएगा। सरोवर से ब्रह्मा मंदिर की कनेक्टिविटी, सरोवर से मंदिर तक पाथवे निर्माण आदि कार्य होंगे। डीपीआर बनने के बाद ही कॉरिडोर निर्माण की लागत व राशि तय होगी। चौबीस कोसीय परिक्रमा, नागपहाड़ी में बनी अगस्त्य व बामदेव ऋषियों की गुफाएं, पंचकुंड से लगते हुए परिक्रमा मार्ग को विकसित करने सहित सपूर्ण योजना पर काफी बड़ी राशि व्यय होगी।
सर्वे टीम ने सरोवर के घाटों पर बनी सीढ़ियों की संख्या, आकार, चेंजिंग रूम, मंदिर आदि का सम्पूर्ण ब्यौरा तैयार किया। इसी तरह सरोवर से ब्रह्मा मंदिर तक के पाथ-वे व मौजूदा बाजार की चौड़ाई तथा निर्माण का विवरण एकत्र किया।
टीम के सदस्यों ने ब्रह्मा मंदिर में मौजूदा निर्माण, आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तथा मंदिर विकास पर चर्चा कर एन्ट्री प्लाजा में बने पाथवे, निर्माणों व गार्डन आदि का विवरण दर्ज किया। सर्वे में दो किलोमीटर तक के क्षेत्र का डाटा लिया जाएगा।
तीन दिन का सर्वे करेंगे। पहले दिन पुष्कर सरोवर, ब्रह्मा मंदिर, एन्ट्री प्लाजा, पाथवे का उच्च तकनीक से सर्वे किया है। दो किलोमीटर का एरिया सर्वे सीमा में शामिल किया गया है। सर्वे का काम जारी है।
राजन ताम्रकर, सर्वेयर
प्राथमिक सर्वे हो चुका है। अब कंसल्टेंट कपनी डिटेल सर्वे कराया जा रहा है। तीन माह में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। कॉरिडोर योजना मुख्य रूप से पर्यटन विभाग के अधीन है। एडीए कार्यकारी एजेन्सी है।
नित्या के., आयुक्त-एडीए
ब्रह्मा कॉरिडोर के लिए केन्द्र की स्वदेश दर्शन योजना में राशि स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
प्रद्युन देथा, पर्यटन अधिकारी अजमेर