बीजापुर

साल 2025: नक्सलवाद के लिए सबसे विनाशकारी वर्ष, कितनी मुठभेड़ें हुईं और कौन-कौन से बड़े नक्सली ढेर हुए? देखें रिपोर्ट

Naxal Violence 2025 Report: साल 2025 छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी लड़ाई के लिए सबसे निर्णायक साबित हुआ। इस वर्ष सुरक्षा बलों ने रिकॉर्ड संख्या में मुठभेड़ें कीं, कई शीर्ष नक्सली कमांडरों को मार गिराया और नक्सली नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी। बस्तर से अबूझमाड़ तक नक्सल गतिविधियों में तेज गिरावट दर्ज की गई। इस रिपोर्ट में जानिए 2025 में कुल कितनी मुठभेड़ें हुईं और किन बड़े नक्सली नेताओं का अंत हुआ।

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Dec 11, 2025
साल 2025: नक्सलवाद की रीढ़ टूटने का साल (फोटो सोर्स- पत्रिका)

Naxal Violence 2025 Report: साल 2025 नक्सली संगठनों के लिए विनाशकारी साबित हुआ है। जिस दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर में नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे की समय-सीमा तय की थी, उसी दिन यह साफ हो गया था कि आने वाले समय में नक्सल नेटवर्क पर निर्णायक प्रहार होगा। नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व ने इसे चुनावी बयान मानकर नज़रअंदाज़ किया, लेकिन समय ने साबित कर दिया कि यह न तो चुनावी नारा था और न ही कोई राजनीतिक जुमला।

राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर बीजेपी सरकार के गठन के बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई अभूतपूर्व रूप से तेज़ हुई। इस अभियान का केंद्र छत्तीसगढ़ रहा, जिसने वर्षों तक नक्सली हिंसा का सबसे गहरा दंश झेला है।

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बीजापुर: नक्सल गतिविधियों का अंतिम गढ़

बीजापुर जिला लंबे समय से नक्सलियों की नर्सरी माना जाता रहा है। हालांकि बस्तर के अन्य इलाकों में नक्सली गतिविधियां लगातार सिमटती गईं, लेकिन बीजापुर में अब भी उनकी मौजूदगी सबसे अधिक देखी गई।

आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं-

  • साल 2024 से 2025 के बीच अब तक 47 प्रतिशत मुठभेड़ बीजापुर जिले में हुईं।
  • 45 प्रतिशत नक्सली हत्याएं इसी जिले में दर्ज की गईं।
  • 55 प्रतिशत नक्सल गिरफ्तारियां यहीं हुईं।
  • 31 प्रतिशत नक्सलियों ने सबसे अधिक सरेंडर भी बीजापुर में किया।

ये आंकड़े साफ संकेत देते हैं कि बीजापुर इस लड़ाई का सबसे बड़ा रणक्षेत्र बन चुका है।

2025 में नेतृत्व पर सीधा प्रहार

साल 2025 नक्सली संगठनों के शीर्ष नेतृत्व के लिए सबसे घातक साबित हुआ। सेंट्रल कमेटी के 8 बड़े सदस्य, जो अलग-अलग जोन के प्रमुख रणनीतिकार थे, अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए। दिसंबर 2024 से नवंबर 2025 के बीच महज़ 11 महीनों में 320 नक्सली मारे गए, जिनमें 187 पुरुष और 117 महिलाएं शामिल थीं। शेष 20 लोगों का विवरण केंद्रीय कमेटी के पास भी उपलब्ध नहीं है।

वहीं 680 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 1,225 को सरेंडर करवाया। बता दें कि ऑपरेशन 'ब्लैक फॉरेस्ट' जैसे बड़े अभियानों और बीजापुर क्षेत्र में हुए सामूहिक सरेंडर ने साफ कर दिया है कि अब नक्सली मुख्यधारा में लौटने को मजबूर हो रहे हैं।

हिड़मा का अंत: नक्सली नेटवर्क को सबसे बड़ा झटका

कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा को खत्म करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षाबलों को 30 नवंबर तक की समय-सीमा दी थी। इसी क्रम में आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित मरेडमिल्ली के घने जंगलों में व्यापक सर्च अभियान चलाया गया। डेडलाइन से 12 दिन पहले ही हिड़मा मारा गया, जिससे नक्सली संगठन की कमर टूट गई। हिड़मा पिछले दो दशकों में हुए 26 से अधिक बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड था।

इनमें वर्ष 2010 का दंतेवाड़ा हमला भी शामिल है, जिसमें 76 CRPF जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा 2013 में झीरम घाटी हमले, 2021 सुकमा-बीजापुर हमले में भी हिड़मा की भूमिका रही है।

Naxal Violence 2025 Report: साल 2025 की बड़ी नक्सली मुठभेड़ें

छत्तीसगढ़ में अब तक के प्रमुख नक्सल एनकाउंटर

  • 11 नवंबर 2025: बीजापुर में 6 नक्सली ढेर
  • 28 सितंबर 2025: कांकेर में 3 नक्सली ढेर
  • 22 सितंबर 2025: अबूझमाड़ में नक्सल कमांडर कोसा दादा और राजू दादा ढेर
  • 17 सितंबर 2025: बीजापुर में 2 नक्सली ढेर
  • 11 सितंबर 2025: गरियाबंद में 10 नक्सली मारे गए
  • 10 सितंबर 2025: कांकेर में 8 लाख का इनामी नक्सली मासा ढेर
  • 5 सितंबर 2025: नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर नक्सली ढेर
  • 12 अगस्त 2025: बीजापुर में मुठभेड़, दो जवान घायल
  • 6 अगस्त 2025: बीजापुर में मुठभेड़, एक नक्सली ढेर
  • 29 जुलाई 2025: सुकमा में मुठभेड़, एक नक्सली ढेर, तीन जवान घायल
  • 27 जुलाई 2025: बीजापुर के गंगलूर में चार इनामी नक्सली ढेर
  • 18 जुलाई 2025: नारायणपुर में 6 नक्सली मारे गए
  • 7 जून 2025: मुठभेड़ में 5 नक्सली ढेर
  • 6 जून 2025: बीजापुर में तेलंगाना स्टेट कमेटी सदस्य ढेर
  • 5 जून 2025: सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकर उर्फ गौतम मारा गया
  • 21 मई 2025: अबूझमाड़ में बसवराजू समेत 28 नक्सली ढेर
  • 15 मई 2025: करेंगुट्टा पहाड़ पर 31 नक्सली मारे गए
  • 12 अप्रैल 2025: दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर 3 नक्सली ढेर
  • 31 मार्च 2025: इनामी महिला नक्सली मारी गई
  • 29 मार्च 2025: सुकमा में 17 नक्सलियों का खात्मा
  • 20 मार्च 2025: बीजापुर और कांकेर में 30 नक्सली ढेर
  • 9 फरवरी 2025: बीजापुर में 31 नक्सली ढेर, दो जवान शहीद
  • 2 फरवरी 2025: गंगलूर में 8 नक्सली ढेर
  • 20-21 जनवरी 2025: गरियाबंद में 16 नक्सलियों के शव बरामद
  • 16 जनवरी 2025: छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर 18 नक्सली ढेर
  • 12 जनवरी 2025: मद्देड़ इलाके में 5 नक्सली मारे गए
  • 9 जनवरी 2025: सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर 3 नक्सली ढेर
  • 6 जनवरी 2025: IED ब्लास्ट में 8 जवान शहीद
  • 4 जनवरी 2025: अबूझमाड़ में मुठभेड़, 5 नक्सली ढेर, एक जवान शहीद

2025 में मारे गए बड़े नक्सली नेता

  • बसवा राजू, पोलित ब्यूरो मेंबर, महासचिव, डेढ़ करोड़ इनामी (आंध्र प्रदेश)
  • जयराम उर्फ चलपति, CCM, 1 करोड़ रुपए इनामी (आंध्र प्रदेश)
  • बालकृष्णा उर्फ रामाराजू, CCM, 1 करोड़ रुपए इनामी
  • नरसिंहाचलम उर्फ सुधाकर, CCM, 1 करोड़ रुपए इनामी
  • भास्कर राव - तेलंगाना स्टेट कमेटी मेंबर, 25 लाख रुपए इनामी
  • जंगू नवीन- सेंट्रल रीजनल ब्यूरो, 25 लाख रुपए इनामी
  • सागर - स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर- 25 लाख रुपए इनामी
  • रेणुका, सेंट्रल रीजनल ब्यूरो, प्रेस टीम और वकील, 45 लाख रुपए इनामी, (तेलंगाना)
  • नीति उर्फ निर्मला, DKSZC, 25 लाख रुपए इनामी (छत्तीसगढ़)
  • रूपेश, DKSZC 25 लाख रुपए इनामी (महाराष्ट्र)
  • दसरू, DKSZC, 25 लाख रुपए इनामी (ओडिशा)
  • रणधीर, DKSZC, 25 लाख रुपए इनामी (तेलंगाना)
  • जोगन्ना, DKSZC, 25 लाख रुपए इनामी (तेलंगाना)
  • कुहड़ामी जगदीश उर्फ बुदरा, DKSZCM, 25 लाख रुपए इनामी

देखिए 2024 के बड़े नक्सल ऑपरेशन

  • 12 दिसंबर 2024 - अबूझमाड़, नारायणपुर, 7 नक्सली ढेर
  • 22 नवंबर 2024 - भेज्जी, कोंटा, 10 नक्सली ढेर
  • 4 अक्टूबर 2024 - थुलथुली, दंतेवाड़ा, 38 नक्सली ढेर
  • 3 सितंबर 2024 - पुरंगेल, दंतेवाड़ा, 9 नक्सली ढेर
  • 15 जून 2024 - अबूझमाड़, नारायणपुर, 8 नक्सली ढेर
  • 23-24 मई 2024 - अबूझमाड़, 8 नक्सली ढेर
  • 10 मई 2024 - पीडिया, बीजापुर, 12 नक्सली ढेर
  • 30 अप्रैल 2024 - टेकमेटा, नारायणपुर, 10 नक्सली ढेर
  • 16 अप्रैल 2024 - छोटे बेठिया, कांकेर, 29 नक्सली ढेर
  • 2 अप्रैल 2024 - नेड्रा, बीजापुर, 13 नक्सली ढेर

31 मार्च 2026: नक्सलवाद के खात्मे की अंतिम समय-सीमा

गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च 2026 से पहले देश से नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। इस ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ समेत सभी नक्सल प्रभावित राज्यों में अभियान और तेज कर दिए गए हैं। वर्तमान हालात यह संकेत दे रहे हैं कि नक्सलवाद अपने अंतिम दौर में है और साल 2025 इतिहास में उस वर्ष के रूप में दर्ज होगा, जब नक्सली हिंसा निर्णायक रूप से टूट गई।

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Published on:
11 Dec 2025 02:04 pm
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