Ram Teri Ganga Maili: 40 साल पहले आई 'राम तेरी गंगा मैली' हिंदी सिनेमा की कल्ट मूवी मानी जाती है। इस मूवी का निर्देशन राज कपूर (Raj Kapoor) ने किया था। आज हम आपको राम तेरी गंगा मैली का वह किस्सा बताने जा रहे हैं जो इसके एक गाने से जुड़ा हुआ है जिसकी डील मात्र सवा रुपये में राज साहब ने की थी।
Ram Teri Ganga Maili: साल 1985 में आई राज कपूर की फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' हिंदी सिनेमा की एक कल्ट क्लासिक और यादगार फिल्म है। 40 साल पहले रिलीज हुई ये फिल्म शोमैन राज कपूर के निर्देशन में बनी थी। फिल्म में मुख्य कलाकारों के रूप में मंदाकिनी (Mandakini), राजीव कपूर (Rajiv Kapoor), सईद जाफरी, कुलभूषण खरबंदा, रजा मुराद ने अपने अभिनय से चार-चांद लगा दिए थे। आज भी जब हिंदी सिनेमा की कल्ट मूवीज की बात होती है तो उनमें एक नाम 'राम तेरी गंगा मैली' का भी आता है। मगर आज हम फिल्म की कहानी की नहीं, बल्कि फिल्म के गाने से जुड़े एक किस्से पर बात करेंगे।
ये भी पढ़ें
फिल्म की कहानी एक मासूम लड़की और शहरी बड़े घराने के लड़के के सच्चे प्यार, मासूमियत, तथाकथित समाज की रूढ़िवादी सोच और दकियानूसी विचारों की सच्चाई को उजागर करती है। फिल्म की कहानी जितनी सशक्त है, इसके गाने उतने ही मधुर और सुरीले हैं। फिल्म के गानों 'एक राधा, एक मीरा', 'राम तेरी गंगा मैली हो गई', 'सुन साइबा सुन' जैसे गानों में भारत की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। आज भी इसके गीत दिलों को छू जाते हैं। आज हम आपको फिल्म के एक गाने से जुड़ा किस्सा बताने जा रहे हैं।
राज कपूर के निर्देशन में बनी 'राम तेरी गंगा मैली' के जिस गाने की बात हम करने जा रहे हैं उस गाने पर आज भी कई रियलिटी शोज में पार्टिसिपेंट्स द्वारा सिंगिंग या डांसिंग परफॉर्फेंस प्रस्तुत की जाती है। गाने के बोल हैं, 'एक राधा, एक मीरा…', जिसको अपनी मधुर आवाज दी थी स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने। गाने के बोल लिखे थे संगीतकार और गायक रविंद्र जैन (Ravindra Jain) जी ने और गाने का म्यूजिक भी उन्होंने ने ही दिया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गाने को महज सवा रुपए में राज कपूर (Raj Kapoor) ने संगीतकार के साथ तय कर लिया था।
ये फिल्म शोमैन राज कपूर के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक थी और इसके लिए उनको गाने भी बेस्ट ही चाहिए थे। फिल्म के लिए उनको ऐसी प्लेलिस्ट चाहिए थी जो एवरग्रीन बन जाए और फिल्म की कहानी को भी मजबूत करे। इसलिए वो जाने-माने संगीतकार रविंद्र जैन जी से मिले। IMDb की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म के डायरेक्टर राज कपूर ने म्यूजिक डायरेक्टर रविंद्र जैन से मात्र सवा रुपये में गीत 'एक राधा एक मीरा' की डील फाइनल कर ली थी।
मामला ऐसा था कि रविंद्र जैन जी ने ही फिल्म के बाकी गानों का म्यूजिक दिया था और उन्होंने फिल्म के कई गाने लिखे भी थे। और जब फिल्म को लेकर दोनों की मीटिंग हुई थी, तभी फिल्म के टाइटल ट्रैक के साथ ही रविंद्र जैन जी ने एक राधा, एक मीरा (Ek Radha Ek Meera) गाने के बारे में भी राज कपूर से बात की। जिसको सुनने के बाद राज कपूर ने गाने के लिए सवा रुपये की रकम तय की थी। इस गाने का पिक्चराइजेशन फिल्म के क्लाइमैक्स में किया गया था।
इस गीत को लता जी की आवाज ने अमर कर दिया है, ये गाना राधा और मीरा का श्री कृष्ण के प्रति प्रेम का प्रतीक बन चुका है। लोग आज इस भी इस गाने को सुनते हैं, और खास तौर पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में इस गाने पर नृत्य जरूर होता है।