Plastic Affect Human Health: अक्सर लोग प्लास्टिक की बोतल से पानी पीते हैं और हर घर में प्लास्टिक की थैली में सब्जियां लाई जाती हैं। ये आदतें सेहत के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि कैसे प्लास्टिक हमारे लिए बीमारियों का कारण बन सकता है।
Plastic Affect Human Health: विश्व पर्यावरण दिवस 2025 (World Environment Day 2025) की थीम है "Beat Plastic Pollution", जो हमें हमारी धरती और पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति सचेत करती है। लेकिन आज के समय में प्लास्टिक हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बन चुका है, जैसे कि हम प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीते हैं या पॉलीथिन बैग्स में सब्जियां और सामान लाते हैं । ये सभी आदतें हमारे शरीर के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही हैं।आइए जानते हैं प्लास्टिक से होने वाली कुछ खतरनाक बीमारियों के बारे में, जो हमारे लिए खतरे की घंटी बन चुकी हैं।
प्लास्टिक के उपयोग से कुछ गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, जिनमें अस्थमा और पल्मोनरी कैंसर प्रमुख हैं। प्लास्टिक में मौजूद हानिकारक रसायन सांस संबंधी परेशानियों को जन्म देते हैं, जिससे व्यक्ति अस्थमा से पीड़ित हो सकता है। इसके अलावा, जब प्लास्टिक को जलाया जाता है, तो यह जहरीली गैस छोड़ता है, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है और पल्मोनरी कैंसर का खतरा बढ़ा सकती है। ऐसे में प्लास्टिक से दूरी बनाना सेहत के लिए बेहद जरूरी हो गया है।
Geneva Environment Network के अनुसार शोध से यह भी पता चला है कि माइक्रोप्लास्टिक्स हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं और रोगजनकों के हमारे शरीर में प्रवेश करने का माध्यम बनते हैं, जिससे बीमारियों का फैलाव बढ़ जाता है।
प्लास्टिक से निकलने वाले रसायन लीवर और किडनी की कार्यप्रणाली को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता कम होने लगती है।
प्लास्टिक में पाए जाने वाले विषैले तत्व शरीर के हार्मोन संतुलन को बिगाड़ सकते हैं, जिससे डायबिटीज और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
प्लास्टिक की बोतल में लंबे समय तक रखा पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) कमजोर हो सकती है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
-प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग कम करें: पानी पीने के लिए स्टील या ग्लास की बोतलें उपयोग करें।
-पॉलीथिन का उपयोग बंद करें: पॉलीथिन के बजाय कपड़े या जूट के बैग का उपयोग करें।
-प्लास्टिक के पैकेजिंग से बचें: प्लास्टिक के पैकेजिंग वाले उत्पादों से बचें और उनके बजाय कांच या स्टील के पैकेजिंग वाले -उत्पादों का चयन करें।
-रीसाइकल करें: प्लास्टिक को रीसाइकल करने के लिए उचित तरीके अपनाएं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।