स्वास्थ्य

Pre Diabetes Warning Signs: डायबिटीज से पहले की दस्तक, Insulin Resistance को पहचानें और रोकें समय रहते

Pre Diabetes Warning Signs: डायबिटीज से पहले शरीर कई संकेत देता है जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।इन्हीं में से एक है इंसुलिन रेजिस्टेंस इसे समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है।

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Sep 27, 2025
How to detect insulin resistance|फोटो सोर्स – Freepik

Pre Diabetes Warning Signs: अक्सर लोग मानते हैं कि डायबिटीज अचानक ही हो जाती है, लेकिन हकीकत यह है कि यह बीमारी धीरे-धीरे विकसित होती है। शरीर पहले से कई छोटे-छोटे संकेत देता है, जिन्हें अगर समय रहते पहचान लिया जाए, तो मधुमेह जैसी गंभीर समस्या से बचा जा सकता है। इन शुरुआती संकेतों को इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। (Symptoms of Insulin Resistance)

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Insulin Resistance क्या है?

इंसुलिन हमारे शरीर का एक जरूरी हार्मोन है, जो पैंक्रियाज से बनता है। इसका काम है ,खाने से मिलने वाली शुगर (ग्लूकोज) को ब्लड से सेल्स तक पहुंचाना ताकि उन्हें ऊर्जा मिल सके।लेकिन जब शरीर की मांसपेशियां, लिवर और फैट सेल्स इंसुलिन पर सही तरह से प्रतिक्रिया नहीं देते, तो यही स्थिति इंसुलिन रेजिस्टेंस कहलाती है। नतीजा यह होता है कि ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने लगता है और पैंक्रियाज़ को और ज्यादा इंसुलिन बनाना पड़ता है। धीरे-धीरे यही स्थिति प्रीडायबिटीज़ और फिर डायबिटीज का कारण बन सकती है।

इंसुलिन रेजिस्टेंस के शुरुआती संकेत

  • अचानक वजन बढ़ना, खासकर पेट और कमर पर
  • लगातार थकान और कमजोरी
  • त्वचा का काला पड़ना (गर्दन, बगल या पेट पर)
  • छोटे मस्से या स्किन टैग्स का होना
  • बार-बार भूख लगना और ज्यादा पेशाब आना
  • ब्लड प्रेशर बढ़ना
  • परिवार में डायबिटीज का के महारीज का होईना होना

कैसे पता करें कि इंसुलिन रेजिस्टेंस है?

  • फास्टिंग ब्लड शुगर और HbA1c टेस्ट – शुगर लेवल जांचने के लिए
  • HOMA Index – इंसुलिन और ग्लूकोज़ लेवल से स्थिति पता चलती है
  • लिपिड प्रोफाइल – कोलेस्ट्रॉल की जांच
  • यूग्लाइसेमिक क्लैंप – सबसे सटीक टेस्ट
  • प्रॉइंसुलिन लेवल टेस्ट – खास परिस्थितियों में किया जाता है

इंसुलिन रेजिस्टेंस को कैसे कंट्रोल करें?

  • वजन कम करें – खासकर पेट की चर्बी घटाना बहुत फायदेमंद है।
  • नियमित व्यायाम करें – रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या हल्की रनिंग करें।
  • हेल्दी डाइट लें -फल और हरी सब्जियां, होल ग्रेन्स (ब्राउन राइस, दलिया),प्रोटीन से भरपूर फूड्स (अंडा, मछली, दालें, नट्स)
  • तनाव कम करें और पूरी नींद लें – 7–8 घंटे की नींद, मेडिटेशन और रिलैक्सेशन एक्टिविटीज बहुत मददगार होती हैं।

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