UPCATET-2025 प्रवेश परीक्षा का परिणाम आज लखनऊ स्थित कृषि निदेशालय से घोषित किया गया। कुल 14,802 सीटों के लिए सफल अभ्यर्थियों को कृषि विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिलेगा। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह और निदेशक कृषि जितेंद्र तोमर की उपस्थिति में परिणाम घोषित हुआ।
UPCATET-2025 Results Declared: उत्तर प्रदेश के चारों कृषि विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की गई UPCATET-2025 (Uttar Pradesh Combined Agriculture and Technology Entrance Test) की प्रवेश परीक्षा का परिणाम आज लखनऊ स्थित कृषि निदेशालय से घोषित कर दिया गया। इस अवसर पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह, निदेशक कृषि जितेन्द्र तोमर, तथा अन्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे। इस बार परीक्षा में 14,802 रिक्त सीटों के लिए छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया था, जिनमें से सफल अभ्यर्थियों को अब विभिन्न कृषि पाठ्यक्रमों में प्रवेश का अवसर मिलेगा।
यूपीसीएटीईटी परिणाम की घोषणा के साथ ही प्रदेश में कृषि शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र को लेकर एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। कृषि शिक्षा को प्रोत्साहन देने और युवाओं को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने की दिशा में यह परीक्षा एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने परिणाम की घोषणा के दौरान कहा कि, "इस परीक्षा के माध्यम से हम उन मेधावी छात्रों को अवसर देते हैं जो कृषि क्षेत्र को अपना करियर बनाना चाहते हैं। आज के युवा ही कल के कृषि वैज्ञानिक और नवाचारकर्ता होंगे।" उन्होंने सभी चयनित छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह केवल एक शुरुआत है, आगे की राह मेहनत और नवाचार की है।
परिणाम घोषित करते समय कृषि निदेशालय में एक छोटा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के चारों कृषि विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि वर्चुअली उपस्थित रहे। इस दौरान UPCATET के आयोजन, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता, मूल्यांकन प्रणाली और काउंसलिंग प्रक्रिया पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
निदेशक कृषि जितेन्द्र तोमर ने इस अवसर पर कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल छात्रों का चयन करना है, बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर उत्तर प्रदेश को कृषि में आत्मनिर्भर बनाना भी है। हमारा फोकस कृषि आधारित स्टार्टअप्स, जैविक खेती, स्मार्ट एग्रीकल्चर और रिसर्च-इनोवेशन को बढ़ावा देना है।”
UPCATET परीक्षा उत्तर प्रदेश के चार प्रमुख कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है:
यह परीक्षा B.Sc. Agriculture, B.Tech Agriculture Engineering, B.V.Sc & A.H, M.Sc., M.Tech तथा PhD जैसे कृषि और पशुपालन आधारित उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
इस वर्ष की परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल, पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया गया। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन, एडमिट कार्ड डाउनलोड, परीक्षा केंद्र चयन, और परिणाम देखने तक की समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई।
परीक्षा के लिए राज्य भर में कुल 51 केंद्रों की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की तकनीकी बाधा या अनुचित गतिविधि की सूचना नहीं मिली, जो कि प्रशासन और आयोजन समिति की सुदृढ़ तैयारी को दर्शाता है।
टॉप रैंक होल्डर: विभिन्न विषयों में प्रथम 10 रैंक धारकों की सूची वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है।
अब परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया प्रारंभ होगी। काउंसलिंग की विस्तृत तिथियां और प्रक्रिया UPCATET की आधिकारिक वेबसाइट (www.upcatet.org) पर उपलब्ध हैं। चयनित अभ्यर्थियों को अपनी वरीयता के अनुसार पाठ्यक्रम और विश्वविद्यालय चयन करने का अवसर मिलेगा। काउंसलिंग के लिए छात्रों को अपने सभी प्रमाणपत्रों की स्कैन कॉपी, पहचान पत्र, फोटो और परीक्षा संबंधी दस्तावेज़ वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। इसके बाद सीट आवंटन किया जाएगा।
परीक्षा परिणाम घोषित होते ही छात्रों और अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की। कई अभ्यर्थियों ने बताया कि वे कृषि क्षेत्र को केवल पारंपरिक खेती के रूप में नहीं, बल्कि कैरियर, शोध और नवाचार के रूप में देख रहे हैं। कानपुर से चयनित एक छात्रा ने बताया, "मैं B.Sc. Agriculture में प्रवेश लूंगी और भविष्य में जैविक खेती पर रिसर्च करना चाहती हूं।"
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कृषि शिक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। NEP 2020 के तहत भी कृषि और व्यावसायिक शिक्षा को स्कूली स्तर से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कई मौकों पर कह चुके हैं कि "प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में कृषि शिक्षा की अहम भूमिका है।"
वर्तमान समय में कृषि केवल खेती तक सीमित नहीं रह गई है। स्मार्ट एग्रीकल्चर, ड्रोन तकनीक, मृदा परीक्षण, डेटा एनालिटिक्स, एग्री-बिजनेस और एग्री-स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में भी कृषि स्नातकों की मांग तेजी से बढ़ रही है। UPCATET के माध्यम से प्रवेश लेने वाले छात्र इस समृद्ध क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं।