ट्रंप ने हाल ही में उन अमेरिकी शहरों से फीफा वर्ल्ड कप के मैच छीनने की धमकी दी है जिन्हें वे "असुरक्षित" मानते हैं। ऐसे में सवाला यह उठता है कि क्या ट्रंप को वास्तव में विश्व कप मैचों को किसी और जगह स्थानांतरित करने का अधिकार है?
Donald Trump, FIFA World Cup 2026: डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, वे कभी किसी देश को युद्ध रोकने की धमकी देते हैं, तो कभी किसी देश पर टैरिफ लगाने की चेतावनी देते हैं। अब ट्रंप खेलों के भी पीछे पड़ गए हैं और फीफा वर्ल्ड कप 2026 के मैचों को स्थानांतरित करने की धमकी दे रहे हैं। दरअसल, फीफा वर्ल्ड कप 2026 की मेजबानी इस बार अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा संयुक्त रूप से कर रहे हैं।
दिसंबर में होने वाले विश्व कप ड्रॉ को वाशिंगटन में आयोजित कराने के बाद, ट्रंप ने हाल ही में उन अमेरिकी शहरों से मैच छीनने की धमकी दी है जिन्हें वे "असुरक्षित" मानते हैं। ट्रंप का कहना है कि इन शहरों में कट्टर वामपंथियों ने कब्जा कर लिया है और वे लगातार वहां अशांति फैला रहे हैं, वे जानते ही नहीं कि वे कर क्या रहे हैं।
इस सप्ताह व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में दिए गए बयानों में ट्रंप ने विशेष रूप से बोस्टन और वहां की मेयर मिशेल वू को निशाना बनाया। उन्होंने वू को 'इंटेलिजेंट' लेकिन 'रेडिकल लेफ्ट' बताया और वहां से मैचों को स्थानांतरित करने की धमकी दी। अब सवाला यह उठता है कि क्या ट्रंप को वास्तव में विश्व कप मैचों को किसी और जगह स्थानांतरित करने का अधिकार है?
इसका सीधा जवाब है, नहीं। कम से कम अकेले दम पर तो नहीं। लेकिन फीफा ने ट्रंप के इस बयान का सीधे तौर पर विरोध नहीं किया है और मैचों को स्थानांतरित नहीं जाएंगे, इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। फीफा के प्रवक्ता ने इस पर किसी विशेष सवाल का जवाब नहीं दिया, लेकिन बुधवार को एक बयान जारी किया जिसमें कहा, "दुनियाभर में आयोजित होने वाले सभी फीफा आयोजनों में सुरक्षा और संरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वाभाविक रूप से सरकारों की होती है, और वे तय करती हैं कि जनता की सुरक्षा के लिए क्या सबसे उचित है। हमें उम्मीद है कि हमारे सभी 16 मेज़बान शहर सफलतापूर्वक आयोजन करने के लिए तैयार होंगे और सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा करेंगे।"
यह बयान उतना सख्त नहीं था जितना कि पिछले सप्ताह फीफा के उपाध्यक्ष विक्टर मोंटाग्लियानी ने दिया था। उन्होंने कहा था कि "यह खेल दुनिया के किसी भी नेता से बड़ा है और दुनिया के नेताओं के बावजूद फुटबॉल उनका शासनकाल या सरकार से बड़ा है और हमेशा रहेगा।" लंदन में आयोजित एक खेल सम्मेलन में उन्होंने ट्रंप को याद दिलाते हुए कहा कि यह फीफा का टूर्नामेंट है, यहां केवल फीफा के नियम लागू होते हैं, इसको लेकर फीफा ही फैसले करता है, सरकार नहीं।
फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में अब मैचों को स्थानांतरित करना इतना आसान काम नहीं है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप और फीफा अध्यक्ष जियानी इनफैंटिनो के बीच बढ़ती नजदीकी अब चर्चा में है। इनफैंटिनो कई बार व्हाइट हाउस जा चुके हैं और हाल ही में मिस्र में गाज़ा शिखर सम्मेलन में भी ट्रंप के साथ देखे गए थे।
ट्रंप ने इस सप्ताह स्पष्ट किया कि जरूरत पड़ने पर वे "निजी सम्बन्धों" का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने मंगलवार को ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा, "अगर मुझे लगे कि हालात असुरक्षित हैं, तो मैं जियानी को फोन करूंगा और कहूंगा, 'इसे किसी और शिफ्ट कर दें और वो ऐसा कर देंगे। उन्हें यह पसंद नहीं आएगा, लेकिन वे आसानी से कर देंगे।"
वॉशिंगटन पोस्ट द्वारा सार्वजनिक दस्तावेज़ों के ज़रिए हासिल किए गए अनुबंधों के अनुसार, फीफा के पास किसी भी शहर से मैच रद्द करने, स्थगित करने या स्थानांतरित करने का पूरा अधिकार है, और इसके लिए किसी विशेष कारण की आवश्यकता नहीं है। फीफा युद्ध, आक्रमण, संघर्ष (भले ही युद्ध घोषित न हो), गृहयुद्ध, विद्रोह, दंगा, क्रांति, आतंकवादी कार्रवाई या अन्य सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मैच स्थानांतरित कर सकता है।
25 सितंबर को ओवल ऑफिस में आयोजित एक प्रेस इवेंट में एक रिपोर्टर ने सबसे पहले मैचों को स्थानांतरित करने के बारे में सवाल किया था, जिसमें सिएटल और सैन फ्रांसिस्को जैसे शहरों का जिक्र था जो संघीय कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं और विश्व कप मैचों की मेज़बानी करने वाले हैं। इसपर ट्रंप ने कहा था कि यह सजेशन अच्छा है। ट्रंप ने वाशिंगटन, मेम्फिस और शिकागो जैसे शहरों का ज़िक्र करते हुए कहा, "अगर मुझे लगेगा कि यह सुरक्षित नहीं है, तो हम इसे कहीं और ले जाएंगे।"
बता दें कि 2026 के विश्व कप में 104 मैच होंगे, जिनका आयोजन अमरीका के 11 शहरों के साथ-साथ मेक्सिको के तीन और कनाडा के दो शहरों में होना तय है। इनमें न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस और सैन फ्रांसिस्को जैसे बड़े शहर शामिल हैं, जिनके एनएफएल स्टेडियम इस आयोजन के लिए चुने गए हैं। अमरीका के इन 11 शहरों में से मियामी और डलास को छोड़कर सभी के मेयर डेमोक्रेट हैं।
ट्रंप ने पहले सैन फ्रांसिस्को का नाम लिया था, जबकि वहां के मैच वास्तव में सांता क्लारा में होने वाले हैं, जो लगभग 45 मिनट दक्षिण में है। मंगलवार को उन्होंने बोस्टन और मिशेल वू को निशाना बनाया, जबकि वहां के मैच फॉक्सबरो में होंगे, जो बोस्टन से लगभग 45 मिनट की दूरी पर है।
ट्रंप ने कहा, "मुझे बोस्टन के लोग बहुत पसंद हैं और मैं जानता हूं कि मैच के सारे टिकट बिक चुके हैं, लेकिन आपकी मेयर अच्छी नहीं हैं। हालांकि, अमरीका में उनसे भी बुरे लोग हैं। कम से कम वो बुद्धिमान हैं। कुछ तो बेहद कम आईक्यू वाले हैं, वे मुझे ज़्यादा परेशान करते हैं। वो बुद्धिमान हैं, लेकिन कट्टर वामपंथी हैं।"
बोस्टन क्षेत्र के आयोजन समिति ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। मेयर मिशेल वू ने एक बयान में कहा, "बोस्टन विश्व कप मैचों की मेज़बानी करके गौरवान्वित और उत्साहित है। हम आज़ादी के उद्गम और चैंपियनों के शहर में दुनिया भर के प्रशंसकों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।"
स्पॉन्सरशिप और हॉस्पिटैलिटी पैकेज पहले ही बेचे जा चुके हैं, और अगर किसी शहर से आयोजन हटाया गया तो दूसरे शहरों को स्टेडियम और सुरक्षा व्यवस्था तुरंत तैयार करनी होगी। फीफा ने गुरुवार को घोषणा की कि टूर्नामेंट के लिए 10 लाख से अधिक टिकट बिक चुके हैं और हजारों प्रशंसक अपने पसंदीदा शहरों की यात्रा योजनाएं बना रहे हैं।