सजावट के सामान की आड़ में चल रही धारदार हथियारों और एयरगन की अवैध बिक्री पर प्रशासन अब पूरी तरह एक्शन में है। सीआईडी की विशेष टीम और नगरपालिका-पुलिस ने कई दुकानों पर दबिश दी।
खाटूश्यामजी। आस्था और भक्ति की नगरी में सजावटी सामान की आड़ में खुलेआम चल रही धारदार हथियारों और एयरगन की बिक्री पर राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद अब सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। सोमवार को अपराध जांच एजेंसी सीआईडी की स्पेशल टीम सीधे खाटू पहुंची और कई संदिग्ध दुकानों पर दबिश दी।
दूसरी ओर नगरपालिका व पुलिस की संयुक्त टीम भी एक्शन मोड में आ गई। दबिश की भनक मिलते ही दुकानदारों में ऐसा हड़कंप मचा कि अधिकतर ने मौके पर ही हथियार हटाने शुरू कर दिए। सोमवार सुबह पालिका अधिशासी अधिकारी ओमप्रकाश ने पुलिस के साथ दुकानों की जांच कर हटाने की कार्रवाई शुरू करवाई।
टीम में जेईएन संदीप गहलोत, एसआई वीरेंद्र चंदेलिया, अजय सिंह, जयपाल आदि मौजूद रहे। वहीं दोपहर 12.30 बजे सीकर सीआईडी से इंस्पेक्टर मोहन सिंह व संदीप धारीवाल ने रींगस रोड, तोरण द्वार, मंढा चौराहा सहित कई मुख्य स्थानों का निरीक्षण कर पूरे प्रकरण की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
गौरतलब है कि रविवार को पत्रिका टीम ने प्रमुख स्थानों पर करीब एक दर्जन दुकानों पर तलवार, कटार, फरसा, गुप्ती और एयरगन श्रद्धालुओं को बेचते हुए पाया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन दुकानों के पास पालिका की अनुमति तक नहीं थी और यह दुकानें सार्वजनिक स्थानों पर ही लगी थीं।
दांतारामगढ़ एसडीएम मोनिका सामोर ने कहा कि मैंने थाना प्रभारी को लिखित में जांच के निर्देश दिए थे। सजावट की आड़ में हथियार बेचे जा रहे हैं तो सख्त कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी पवन चौबे ने बताया कि पुलिस पहले भी शस्त्र अधिनियम में दो दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर चुकी है।
पालिका अधिशासी अधिकारी ओमप्रकाश ने सख्त चेतावनी दी कि खुलेआम कानून को चुनौती देने वालों को किसी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी दुकानें तुरंत हटाने की कार्रवाई जारी है। अगर दोबारा हथियार मिले तो सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।