
After Scientist, Now astrologer Made Big Claim Regarding Earthquake In India: पिछले दिनों तुर्कीये और सीरिया में हाहाकार मचा देने वाले बड़े भूकंप का खतरा अब भारत पर भी मंडरा रहा है। तुर्कीये और सीरिया के बाद कुछ भू-वैज्ञानिकों ने तो भारत में ऐसे भूकंपों को लेकर चेताया ही था, वहीं अब देश के कई ज्योतिषाचार्यों ने भी भविष्यवाणी करते हुए भारत में ऐसे भूकंप आने का दावा करना शुरू कर दिया है। दरअसल ज्योतिष आचार्यों का मानना है कि शुक्र (Venus Transit in cancer) आज कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। वहां पहले से ही मंगल ग्रह बैठे हुए हैं। ऐसे में शुक्र के कर्क राशि में प्रवेश करते ही मंगल के साथ युति (Venus and Mars Yuti in June 2023) बनेगी। यह युति ठीक वैसे ही काम करेगी जैसे आग में घी या पेट्रोल करता है। यह स्थिति देश-दुनिया के लिए बेहद अशुभ रहने वाली है। करीब 28 दिन तक बनी रहने वाली यह युति खास तौर पर भारत को प्रभावित करेगी। रविवार सुबह करीब 11 बजकर 23 मिनट पर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई। पत्रिका.कॉम के इस लेख में भोपाल के ज्योतिष आचार्य पं. अरविंद तिवारी, प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य पं. प्रदीप पांडेय, तथा उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. चंदन श्याम नारायण व्यास से जानें मंगल और शुक्र का साथ देश-दुनिया को कैसे करेगा प्रभावित...
शुक्र कब कर रहे हैं गोचर
शुक्र कल मंगलवार को अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। वे फिलहाल मिथुन राशि में हैं। आज 30 मई को मिथुन राशि से निकलकर मंगल की नीच राशि कर्क में आ जाएंगे। वे कल शाम को 7 बजकर 29 मिनट पर अपनी राशि बदलेंगे। कर्क राशि बुध की राशि है और बुध शुक्र के मित्र हैं। इस नजरिए से शुक्र अपनी मित्र राशि में जाएंगे। लेकिन इस राशि में पहले से ही मंगल बैठे हुए हैं। कर्क राशि मंगल की नीच तत्व राशि मानी जाती है। इस राशि में आकर मंगल उग्र हो जाते हैं और अशुभ यानी खराब फल देने वाले होते हैं। शुक्र और मंगल की यह युति देश-दुनिया पर बहुत भारी रहेगी। जब तक यह युति बनी रहेगी, तब तक देश-दुनिया को कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ेगा। खासतौर पर भारत के लिए यह युति भयंकर परिणाम देने वाली रहेगी। भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. अरविंद तिवारी का कहना है कि रविवार की सुबह करीब 11 बजकर 23 मिनट पर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई। जैसे-जैसे शुक्र कर्क राशि की ओर बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे स्थितियां और विकट होने लगेंगी।
इस तरह बन रहे हैं बड़े भूकंप के योग
बुध मंगल की राशि मेष राशि में बैठे हुए हैं। इससे पूरे देश में बारिश, भूस्खलन, बाढ़ की, भूकंप की स्थिति बनेगी। खासतौर पर उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर में ऐसी घटनाएं सामने आएंगी। वहीं मंगल-शुक्र की युति पर शनि की षडाष्टक दृष्टि पड़ेगी, इस युति के भयंकर प्रभावों में और वृद्धि करेगी। बुध का मंगल राशि में रहना, शनि की षडाष्टक दृष्टि से मंगल और शुक्र की युति को देखना ग्रहों की यह स्थिति भारत में बड़े भूकंप की आशंका को बल दे रही है। यही नहीं ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि यह भूकंप 6 से 7 रिएक्टर स्केल का हो सकता है। दरअसल ग्रहों की स्थिति के कारण 25 मई 2023 से 30 जृून 2023 तक बड़े भूकंप की आशंका जताई जा रही है।
देश-दुनिया भर के वैज्ञानिक कर चुके हैं यह दावा
- नेशनल जियोग्राफिकल रिसर्च सेंटर के चीफ डॉ. पूर्णचंद्र राव ने भी पिछले दिनों कहा था कि हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भूकंप आ सकता है। डॉ. राव ने कहा कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है। राव का कहना है कि धरती की परत कई प्लेट्स से मिलकर बनी है और इन प्लेट्स में लगातार विचलन होता रहता है। भारतीय प्लेट्स हर साल पांच सेंटीमीटर तक खिसक गई हैं और इसकी वजह से हिमालय क्षेत्र में काफी तनाव बढ़ गया है। इसी के चलते हिमालय क्षेत्र में भारी भूकंप आ सकता है।
- हाल के दिनों में इस इलाके में कई छोटे-छोटे भूकंप आए हैं, यह संकेत दे रहे हैं कि इस इलाके में जमीन के भीतर कई ऐसी चीजें हो रही हैं, जो भविष्य में किसी बड़े भूकंप का कारण बन सकती हैं। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के प्रमुख वैज्ञानिक अजय पॉल ने बताया है कि भारतीय और यूरेशियन प्लेट्स के टकराने से हिमालय क्षेत्र अस्तित्व में आया। उनका कहना है कि यूरेशियन प्लेट के भारतीय प्लेट पर पड़ रहे दबाव से भारी ऊर्जा इस इलाके में पैदा होती है और वही ऊर्जा भूकंप के जरिए जमीन से निकलती है।
हिमालय क्षेत्र में आ चुके हैं चार बड़े भूकंप
बीते दिनों वाडिया इंस्टीट्यूट की रिसर्च में ही खुलासा हुआ था कि हिमालय क्षेत्र के सबसे बड़े ग्लेशियर में से एक गंगोत्री ग्लेशियर बीते 87 सालों में 1.7 किलोमीटर तक खिसक गया है। हिमालय क्षेत्र के अन्य ग्लेशियर में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है। इसके अलावा जोशीमठ में हुआ भू धंसाव भी एक बड़े खतरे की तरफ इशारा है। बीते 150 सालों में हिमालय क्षेत्र में चार बड़े भूकंप आए हैं। इनमें साल 1897 में शिलॉन्ग का भूकंप, 1905 में कांगड़ा का भूकंप, 1934 में बिहार-नेपाल का भूकंप और 1950 में असम का भूकंप शामिल हैं। इनके अलावा साल 1991 में उत्तरकाशी में, 1999 में चमोली में और 2015 में नेपाल में भी बड़ा भूकंप आया था।
बढ़ेंगी प्राकृतिक आपदाएं
ग्रहों की यह स्थिति देश में आतंकवादी घटनाएं, विभिन्न आंदोलनों को जन्म देगी। प्राकृतिक आपदाओं का असर भी नजर आएगा। ये आपदाएं खासतौर पर देश के उत्तरी राज्यों के लिए बदतर स्थिति बनाएंगी। वहीं देश की राजनीति में भी बड़े स्तर पर बदलाव दिखाई दे सकता है। मध्यप्रदेश में सत्ता पर इसका असर दिखेगा।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश के योग
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि जैसे ही शुक्र कर्क राशि में जाएंगे और मंगल के साथ युति बनाएंगे, तो यह अपने भयंकर असर दिखाएंगे। इससे सबसे ज्यादा मौसम प्रभावित होगा। खासतौर पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ये दोनों ही राज्य कन्या राशि में आते हैं। मंगल-शुक्र की युति से इन्हीं दोनों राज्यों में नौतपा के बावजूद भारी बारिश के योग बनेंगे। कभी गरज-चमक के साथ तेज बारिश होगी। कभी बौछारों का दौर चलेगा। यह मंगल और शुक्र का कंजक्शन ही है कि नौतपा इस बार तपेगा नहीं बल्कि इस अवधि में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
Updated on:
30 May 2023 03:19 pm
Published on:
25 May 2023 11:27 am
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