
(Surya Ka Rashi Parivartan) 13 फरवरी को सूर्य एक बार फिर राशि परविर्तन करेंगे। वे मकर राशि छोडक़र कुंभ राशि में प्रवेश करेंग। आपको बता दें कि कुंभ राशि में पहले से ही शनि देव विराजमान हैं, ऐसे में सूर्य देव भी कुंभ राशि में जाएंगे तो शनि और सूर्य की युति बनेगी। ज्योतिषाचार्य पं. अमर अभिमन्यु डब्बेवाला के मुताबिक यह युति सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालेगी। कुछ राशियों पर इसका नकारात्मक तो कुछ राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। पत्रिका.कॉम इस लेख में बता रहा है किस तरह प्रभावित होंगी ये 12 राश्यिां और साथ ही कुछ उपाय भी...
कब होगा सूर्य का गोचर (Surya Ka Rashi Parivartan)
13 फरवरी की सुबह 3 बजकर 28 मिनट पर सूर्यदेव मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। यह अगले महीने यानी 14 मार्च की रात 12 बजकर 16 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे। आपको बता दें कि जिस दिन सूर्यदेव किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन सूर्य की संक्रांति कही जाती है। इसलिए 13 फरवरी को सूर्य की कुंभ संक्रांति है और किसी भी संक्रांति में पुण्यकाल का बहुत महत्व माना जाता है।
मेष (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव इस राशि के ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्य के इस गोचर से मेहनत के बल पर आमदनी में वृद्धि सुनिश्चित होगी। आपको धन लाभ के अवसर मिलेंगे। साथ ही बहुत दिनों से अधूरी चल रही आपकी कोई इच्छा पूरी होगी। इसलिए 14 मार्च तक सूर्यदेव के शुभ फल के लिए रात के समय अपने सिराहने 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी मंदिर में दान कर दें।
वृष (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव इस राशि के दसवें भाव पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दसवें भाव का संबंध राज्य और पिता से है। सूर्य के इस गोचर से आपको राज्य से लाभ मिलेगा यानी आपको कॅरियर में खूब सफलता मिलेगी, साथ ही आपके पिता को भी अपने काम में उन्नति मिलेगी। इसलिए अपने साथ-साथ अपने पिता के जीवन में तरक्की सुनिश्चित करने के लिए 14 मार्च तक जब भी घर से निकले हमेशा सिर ढक कर ही घर से बाहर जाएं।
मिथुन (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके नवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में नवें स्थान का संबंध आपके भाग्य से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। 14 मार्च तक जो भी काम करेंगे, वो समय पर पूरा जरूर होगा, साथ ही आपको अपने काम से संतुष्टि मिलेगी। 14 मार्च तक भाग्य का साथ बनाए रखने के लिए घर में पीतल के बर्तन का उपयोग करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि 14 मार्च तक किसी को भी पीतल की कोई भी चीज न दें।
कर्क (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में आठवें भाव का संबंध स्वास्थ्य से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां हो सकती हैं। आपको 14 मार्च तक अपनी सेहत पर खास ध्यान देने की जरूरत है। 14 मार्च तक सूर्यदेव की कृपा से अपना स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको काली गाय की सेवा करनी चाहिए। साथ ही जब भी मौका मिले, बड़े भाई की मदद जरूर करनी चाहिए।
सिंह (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके सातवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में सातवें भाव का संबंध जीवनसाथी से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको जीवनसाथी का साथ पाने में थोड़ी परेशानी आ सकती है। आपको अपने जीवनसाथी से रिश्तों को अच्छा बनाए रखने के लिये खुद से ही कोशिशें करनी होंगी। इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी से कोई भी ऐसी बात कहने से बचना चाहिए, जो उन्हें बुरी लग सकती है। साथ ही 14 मार्च तक जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर किसी जरूरतमंद को खिलाना चाहिए।
कन्या (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में छठे भाव का संबंध मित्रों से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपके दोस्तों की संख्या बढ़ेगी। आपके दोस्त आपकी हर संभव मदद के लिए तैयार रहेंगे। दूसरे लोग खुद आकर आपसे जुडऩा चाहेंगे। इसलिए 14 मार्च तक दोस्तों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए मंदिर में बाजरे का दान करें।
तुला (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके पाचवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पाचवें भाव का संबंध विद्या, गुरु, विवेक, संतान और रोमांस से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से पढ़ाई से आपका ध्यान थोड़ा हट सकता है। आपको अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है। आपको अपने गुरु से अच्छे संबंध बनाए रखने चाहिए। साथ ही संतान के साथ संबंधों पर भी आपको ध्यान देने की जरूरत है। अत: 14 मार्च तक हर तरह से अपनी स्थिति को बेहतर करने के लिए छोटे बच्चों को कुछ गिफ्ट जरूर करें।
वृश्चिक (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके चौथे भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में चौथे स्थान का संबंध माता, भूमि, भवन और वाहन से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको जीवन में माता का सहयोग मिलेगा। साथ ही भूमि, भवन और वाहन का लाभ मिलेगा। इसलिए 14 मार्च तक जीवन में इस लाभ को बनाए रखने के लिए मंदिर में गुड़ का दान करें।
धनु (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में तीसरे भाव का संबंध भाई-बहनों और अभिव्यक्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको भाई-बहनों का पूरा साथ मिलेगा। आप दूसरों के सामने अपनी बातों को अच्छे से अभिव्यक्त कर सकेंगे। 14 मार्च तक भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने के लिए आपको सूर्यदेव के मंत्र ‘ऊं घृणि: सूर्याय नम:।’ का जाप करना चाहिए।
मकर (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दूसरे स्थान का संबंध धन से है जो, आपकी आर्थिक स्थिति से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको आर्थिक रूप से लाभ पाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। किसी से पैसों का लेन-देन करते समय अलर्ट रहें। इसके अलावा 14 मार्च तक सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको मंदिर में नारियल तेल दान करना चाहिए।
कुंभ (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके पहले भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पहले भाव का संबंध आपके शरीर से, आपके प्रेम-संबंधों से और आपके मान-सम्मान से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 14 मार्च तक आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। लव मेट्स के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। साथ ही आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। 14 मार्च तक आपकी संतान को कोर्ट-कचहरी के कामों में सफलता मिलेगी। इसलिए 14 मार्च तक सूर्य की इन शुभ स्थितियों को बनाए रखने के लिए आपको सूर्यदेव को जल से अघ्र्य देना चाहिए।
मीन राशि (Surya Ka Rashi Parivartan)
सूर्यदेव आपके बारहवें भाव में गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें भाव का संबंध शैय्या सुख और व्यय से है । सूर्यदेव के इस गोचर से आपको शैय्या सुख का लाभ मिलेगा। लेकिन साथ ही आपके खर्च भी बढेेंगे। सूर्य के शुभ फल के लिए आपको धार्मिक कार्यों में सहयोग देना चाहिए। साथ ही सुबह के समय घर के खिडक़ी, दरवाजें खोलकर रखें, ताकि सूर्यदेव की ऊर्जा घर में आ सके।
Updated on:
28 Jan 2023 12:49 pm
Published on:
28 Jan 2023 12:43 pm
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