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वास्तु दोष से हो सकती हैं ये 4 बीमारियां, जानें छुटकारा पाने के घरेलू वास्तु उपाय

Vastu Tips for Health problems: वास्तु दोष के कारण कई बार घर के सदस्यों को बड़ी बीमारियां हो जाती हैं, जिससे छुटकारे के लिए वास्तु दोष के उपाय करना जरूरी है। जानिए घर में वास्तु दोष कब होता है, वास्तु दोष से कौन सी बीमारी होती है और वास्तु दोष से बचने के उपाय क्या हैं ( diseases caused by Vastu defects in house) ।

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Vastu Tips for Health problems in Hindi

वास्तु दोष से बीमारी होने की आशंका रहती है।

Vastu Tips for Health problems in Hindi: मानव शरीर पृथ्वी, अग्नि, आकाश, जल और वायु तत्वों से मिलकर बना है। इस मानव जीवन को सुखद और सुगम बनाने में वास्तु शास्त्र का बड़ा महत्व होता है। इसके अनुसार घर बनने से लेकर घर में रखी हर वस्तु और दिशा का योगदान होता है। वास्तु के अनुसार घर की हर दिशा खास होती है। इन दिशाओं से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की ऊर्जा निकलती है, जिसका घर के हर सदस्य पर असर पड़ता है।

यदि घर में वास्तु नियमों का पालन नहीं किया जाय तो यह वास्तु दोष पैदा करता है। इसके दुष्प्रभाव से घर में रहने वाला व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रोगी बन सकता है, कई अन्य बीमारियां भी व्यक्ति को घेर लेती हैं। इस वास्तु दोष से निपटने और बीमारियों से मुक्ति पाने के लिए वास्तु दोष के उपाय करना जरूरी है। आइये जानते हैं घर में वास्तु दोष कब होता है, वास्तु दोष से कौन सी बीमारी होती है और वास्तु दोष से बचने के उपाय क्या हैं।

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वास्तु दोष से होती हैं ये बीमारी

वास्तु शास्त्र के अनुसार वास्तु दोष से कई तरह की बीमारियां हो सकती है, इनका समाधान न किया जाय तो ये गंभीर रूप भी ले लेती हैं और कई बार जानलेवा हो जाती हैं।

पेट संबंधी समस्या

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का किचन उत्तर पूर्वी दिशा में नहीं होना चाहिए। इसका ध्यान न रखने पर घर में वास्तु दोष पैदा होता है। इस दिशा में खाना बनाने से पैदा हुए वास्तु दोष से व्यक्ति को पेट संबंधित बीमारियां घेर लेती हैं। धीरे-धीरे यह बीमारी बड़ा रूप ले सकती है। इसलिए किचन की दिशा सही रखें।

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गैस और रक्त संबंधी बीमारी

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दीवारों के रंग का भी वास्तु में महत्व होता है। इसलिए घर में पेंट करवाते समय वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए दीवारों पर दिशा के अनुरूप हल्का और सात्विक रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए।

वास्तु के हिसाब से घर में नारंगी या पीला रंग ब्लड प्रेशर, काला या गहरा नीला रंग वायु रोग, पेट में गैस, हाथ-पैरों में दर्द, गहरा लाल रंग रक्त संबंधी बीमारी या दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसलिए घर का पेंट कराते समय ध्यान दें।

शरीर में दर्द की समस्या

भोजन करते समय के भी कुछ वास्तु नियम होते हैं यदि हम भोजन करते वक्त वास्तु नियम का पालन नहीं करते हैं तो यह भी समस्या पैदा कर सकता है। वास्तु नियम के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। यदि पैरों में अक्सर दर्द रहता है, तो इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है।


भोजन करते समय मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। इससे आपका स्वास्थ्य रहता है और कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करती है। इसके अलावा किचन में खाना बनाते समय अगर मुंह दक्षिण की ओर है तो त्वचा और हड्डी से संबंधित समस्या आपको परेशान कर सकती है। पश्चिम की तरफ मुंह करके खाना बनाने से आंख,नाक,कान और गले की समस्याएं हो सकती हैं।

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नींद न आने की समस्या

नींद न आना, थकान, अधिक तनाव लेना सिर- हाथ पैरों में दर्द और बेचैनी आदि का भी वास्तु दोष से गहरा संबंध है। यदि आपने वास्तु के नियम का सही से पालन नहीं किया तो इन समस्याओं से जूझना पड़ेगा। यदि आप सोने जा रहे हैं तो अपना बिस्तर इस प्रकार करें कि आपका पैर पूरब की ओर आए।

इस दिशा में सोने और बैठने से स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा आय के भी स्त्रोत खुलते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर की तरफ सिर और दक्षिण की तरफ पैर करके सोने से कई तरह की समस्याएं व्यक्ति को परेशान कर सकती है।