बता दें कि मऊ जिले के रानीपुर थाना अंतर्गत काझा ग्राम निवासी रामबरन सिंह पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर तैनात हैं। लगभग आठ वर्ष पूर्व उन्होंने अपनी 27 वर्षीय पुत्री नीरज की शादी जहानागंज क्षेत्र के महुआ गांव में इंद्रदेव सिंह के पुत्र रामपाल उर्फ सोनू के साथ की थी। रामपाल सीआरपीएफ के जवान है। इन दिनों उनकी तैनाती झारखंड में है। वह रविवार को ही छुट्टी खत्म होने के बाद वापस झारखंड लौट गए थे। वहीं उनके जाने के तीसरे दिन यह घटना हुई। निरज इन दिनों अपने ससुराल में थी। निरजा के दो बच्चे एक लड़का व एक लड़की है।
मंगलवार की शाम करीब सात बजे संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग जाने से नीरज की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर मृतका के रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। इस दौरान ससुराल के लोगों ने आरोप लगाया कि मृतका ने किसी बात से छुब्ध होकर लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। मृतका के मायके वालों को जब यह पता लगा कि मौत सीने में गोली लगने से हुई है तो उन्होंने इसे हत्या बताते हुए मुकामी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मृतका के पिता वाराणसी जनपद में आरक्षी पद पर तैनात हैं उनका कहना है कि उनकी पुत्री ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसे जानबूझकर मारा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। थानाध्यक्ष का कहना है कि जांच में स्थिति साफ हो जाएगी जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा