ग्रामीणों का आरोप था कि तमसा नदी के तट पर शमशान घाट और पछरूखवा घाट स्थित है। जहां गांव के लोग शव का दाह संस्कार करते हैं। यहीं पर औघड़ बाबा का देव स्थान है। जहां गांव के ही नहीं बल्कि दूर दराज के लोग भी पूजा पाठ के लिए जाते हैं। गांव के प्रधान ने पछरूखवा घाट की जमीन की प्लाटिंग कर बैनामा कर दिया है और उसको बाउंड्री बाल से घिरवाकर औघड़ बाबा तक जाने का रास्ता भी अवरूद्ध कर दिया है। औधड़ बाबा की जमीन जो करीब 2 बिस्वा है उसका भी कुछ हिस्सा बेच दिया गया है।
प्रधान अपनी ताकत का नाजायज फायादा उठाकर जहां फर्जी तरीके से भूमि पर कब्जा और बैनामा कर रहा है वहीं आम लोगों का खुलेआम उत्पीड़न किया जा रहा है। हालत यह है कि अब कोई पूजापाठ के लिए भी नहीं जा पा रहा है। मामले की जांच टीम का गठन कर कराया जाय तथा अवैध कब्जे को हटाया जाय।
प्रधान अपनी ताकत का नाजायज फायादा उठाकर जहां फर्जी तरीके से भूमि पर कब्जा और बैनामा कर रहा है वहीं आम लोगों का खुलेआम उत्पीड़न किया जा रहा है। हालत यह है कि अब कोई पूजापाठ के लिए भी नहीं जा पा रहा है। मामले की जांच टीम का गठन कर कराया जाय तथा अवैध कब्जे को हटाया जाय।