एक गरीब परिवार के लिए एक-एक रूपए की क्या कीमत है ये बस वही बता सकता है जो दिनभर धूप में कड़ी मेहनत करता हो, लेकिन जब उसकी वही खून पसीने की कमाई को कोई चुरा ले, तो वह किसी पहाड़ टूटने से कम नहीं है। कोतवाली नानपारा इलाके में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहाँ हसनगंज मोहल्ले में ताज ट्रेडर्स नाम की एक कंपनी ने पहले तो 45 प्रतिशत के डिस्काउंट का झांसा देकर लोगों से पैसे जमा करवा लिए और फिर गरीबों की मेहनत के लगभग 2 करोड़ रूपए लेकर फरार हो गयी है।
फर्ज़ी कंपनी के संचालक कितने शातिर थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता कि पहले तो इन्होंने कुछ लोगों को डिस्काउंट पर सामान दिया। इसके द्वारा आस पास के लोगों का भरोसा जीतने का काम किया। और जैसे ही कंपनी के फोल्डर में ग्राहकों की तादात बढ़ने लगी तो कंपनी के सभी संचालक रातों रात ग्राहकों की जमा रकम को हड़प कर सबको चूना लगाकर फरार हो गए। ताज़ ट्रेडर्स नाम की ये फ्राड कंपनी 45% डिस्काउंट काट कर पहले ग्राहकों से एडवांस रकम जमा करवाती थी और 14 दिनों के बाद ग्राहकों को सामान की डिलिवरी देने की बात कहती थी। ठगी का शिकार आज हज़ारों लोगों को अपनी दुनिया उजड़ने का एहसास हो रहा है। वही पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है।अधिकारीयों के मुताबिक ठगों की तलाश की जा रही है।