दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की सिफारिश
विधानसौधा के सम्मेलन सभागार में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद दल के नेता सिद्धरामय्या ने पार्टी के इस निर्णय की दी जानकारी
विधायकों ने पार्टी द्वारा व्हिप जारी किए जाने के बावजूद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लिया
बेंगलूरु में मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव सहित अन्य नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार से उनके कक्ष में मुलाकात की।
बेंगलूरु. state की coalition government की साझेदार Congress ने कड़ा रवैया अपनाते हुए MLA पद से इस्तीफा देने वाले 10 विधायकों के खिलाफ दल-बदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई करने के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार के समक्ष याचिका दायर की है।
vidhan saudha के सम्मेलन सभागार में मंगलवार को आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद दल के नेता सिद्धरामय्या ने पार्टी के इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैठक में संविधान की 10 वीं अनुसूची के तहत पार्टी के 10 बागी विधायकों को सदस्यता से अयोग्य ठहराने के संबंध में Vidhan Sabha अध्यक्ष के समक्ष petition दायर करने का निर्णय किया गया। इस बारे में speaker को सर्वोच्च अधिकार है और पार्टी ने उनसे संविधान के अनुसार कार्रवाई करने का अनुरोध करने की याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि दस विधायकों ने party द्वारा व्हिप जारी किए जाने के बावजूद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लिया।
गांधी प्रतिमा के सामने दिया धरना विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस के विधायकों व नेताओं ने विधानसौधा परिसर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कुछ देर तक धरना दिया। बाद में कांग्रेस के नेताओं ने स्पीकर रमेश कुमार के कार्यालय में जाकर पार्टी के 10 बागी विधायकों को सदस्यता से अयोग्य ठहराने संबंधी याचिका पेश कर दी। इस दौरान कांग्रेस के प्रभारी KC Venugopal , उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष dinesh gundurao दिनेश गुंडूराव, कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंड्रे, वरिष्ठ नेता एचके पाटिल सहित अन्य नेता उपस्थित थे।