scriptवागड़ में मानसून सिर पर, इंतजाम अधूरे, आपदा आई तो बचने के लिए नाव तक नहीं मिलेगी | incomplete disaster management arrangements in Banswara | Patrika News

वागड़ में मानसून सिर पर, इंतजाम अधूरे, आपदा आई तो बचने के लिए नाव तक नहीं मिलेगी

locationबांसवाड़ाPublished: Jun 18, 2019 02:59:41 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

कागजों में ही तैयारी, नाव आई न पेट्रोमेक्स का जुगाड़

banswara

वागड़ में मानसून सिर पर, इंतजाम अधूरे, आपदा आई तो बचने के लिए नाव तक नहीं मिलेगी

बांसवाड़ा. वागड़ में मानसून दस्तक देने को है, लेकिन यहां आपदा प्रबंधन एवं इससे जुड़े विभागों ने अप्रत्याशित स्थिति से निबटने के लिए अब तक पूरे इंतजाम दिखलाई नहीं दे रहे। हालांकि इसे लेकर दो बार आपदा प्रबंधन एवं सहायता को लेकर बैठकें हुई हैं, लेकिन अभी बंदोबस्त कागजों में ही प्रतीत हो रहे हैं। बाढ़ की स्थिति पर सबसे जरूरी संसाधन नाव होती है, लेकिन यहां जिले में आपदा प्रबंधन के पास कई वर्षों से इसका अभाव रहा है। इसके अलावा सभी विभागों के नियंत्रण कक्षों को चुस्त-दुरुस्त करना जरूरी है, लेकिन यहां ज्यादातर के टेलीफोन लंबे समय से ठप हैं।
प्रशासन ने इन्हें चालू ही नहीं करवाए हैं। हालांकि प्रशासन ने जिलास्तरीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके नंबर जारी कर अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। इसके अलावा नगर परिषद को करीब दो हजार रेत से भरे हुए कट्टे तैयार करवाकर कार्यालय में रखने होते हैं, लेकिन इनके बारे में परिषद को सोचने तक की फुर्सत नहीं है। इसके अलावा पेट्रोमैक्स के भी ठिकाने नहीं हैं। जबकि अंधेरे एवं देररात में मदद के समय यह जरूरी संसाधन है।
बांसवाड़ा में अजीबोगरीब मामला :11 साल पहले जिसकी मृत्यु हो गई, उस मृत व्यक्ति ने नगर परिषद में दी अतिक्रमण की शिकायत!

दो वर्षोंं में बनी हैं बाढ़ की स्थिति
अमूमन बांसवाड़ा बाढ़ से प्रभावित नहीं होता है, लेकिन गत दो साल से अतिवृष्टि के चलते बाढ़ की स्थितियां बनी हैं। जिले में जून से सितंबर तक चलने वाले मानसून के दरम्यान गत दस वर्षों में औसत वर्षा 947 एमएम रही है। यहां कुल तालाब 398 उपयोगी है वहीं 153 तालाब अनुपयोगी हैं।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष का नंबर भी बंद
बाढ़ नियंत्रण कक्ष माही परियोजना परिसर में है। यह नियंत्रण कक्ष जून माह से प्रारंभ होकर अक्टूबर माह तक प्रभावी रहता है। यह कक्ष माही परियोजना क्षेत्र के सभी मुख्य स्थानों से वर्षा, बांधों के भराव नदियों के बहाव, बाढ़ संबंधित आकड़े एकत्रित कर संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध कराना है। यह कक्ष 24 घंटे कार्यरत रहता है। नियंत्रण कक्ष के नंबर 02962-243031, 243032 है, जो अभी बंद हैं।
अन्य विभागों से जानकारी लेकर करेंगे दुरुस्त
जिला प्रशासन ने अपना नियंत्रण कक्ष शुरू कर दिया। जानकारी लेकर अन्य विभागों को भी दुरुस्त करने का प्रयास किया जाएगा। नावों के लिए जल्द कोई व्यवस्था करवाएंगे।
आशीष गुप्ता, जिला कलक्टर बांसवाड़ा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो