8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan Crime : दोस्त की मां को फोन पर दिया मैसेज, दौड़े-दौड़ परिजन पहुंचे अस्पताल, खबर सुन उड़ गए सब के होश

Rajasthan Crime : बांसवाड़ा के ठीकरिया क्षेत्र के 24 वर्षीय युवक की संदिग्ध हालात में मौत के बाद एक दोस्त उसकी लाश को महात्मा गांधी अस्पताल में छोड़ भागा। फिर क्या हुआ?

2 min read
Google source verification
Rajasthan Crime Message was sent to friend mother on phone family rushed to hospital everyone was shocked to hear news

मृतक राहुल बंजारा। पत्रिका फोटो

Rajasthan Crime : बांसवाड़ा के ठीकरिया क्षेत्र के 24 वर्षीय युवक की संदिग्ध हालात में मौत के बाद एक दोस्त उसकी लाश को महात्मा गांधी अस्पताल में छोड़ भागा। मृतक का एक हाथ और एक पैर टूटा हुआ था। आदतन अपराधी दोस्त ने ही मृतक की मां को फोन कर सूचना दी। पुलिस हत्या के एंगल से जांच कर रही है। मामला सोमवार शाम का है। भव्यराज नामक युवक ने ठीकरिया निवासी राहुल बंजारा पुत्र देवीलाल की मां को फोन कर कहा- ‘आपके बेटे की तबीयत खराब है अस्पताल आ जाओ।’ परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि राहुल की डेड बॉडी को वहां लाया गया था।

परिजनों में शामिल सूरज ने बताया कि राहुल उसका चचेरा भाई था। राहुल की मां को दोपहर 1.40 बजे भव्यराज ने फोन कर सूचना दी थी कि उनका बेटा बीमार है। उसके बाद से भव्यराज का फोन स्विच ऑफ आ रहा है।

पुलिस को पहले भी गुमराह कर चुका भव्य

पुलिस के अनुसार भव्यराज आदतन अपराधी है। पहले भी एक मामले में उसने पुलिस कंट्रोल रूम में किसी और के नाम से फोन कर किसी घटना की जानकारी दी थी। पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड निकाला तो पता चला कि वह भव्यराज था। पुलिस ने रिटर्न कॉल किया तो पुलिस को महाराणा प्रताप चौराहे पर बुला खुद भाग गया।

एक हाथ और एक पैर कैसे टूटा?

परिजनों के पूरे घटनाक्रम बताने के बाद पुलिस जांच में जुटी है। बताया गया कि मृतक राहुल का एक हाथ और एक पैर टूटा हुआ था। थानाधिकारी रूप सिंह ने बताया कि फिलहाल भव्यराज की तलाश की जा रही है। उसके सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। परिजनों ने मंगलवार शाम तक भी कोई रिपोर्ट नहीं दी है। जिस ऑटो में बॉडी को लाया गया, उसकी भी तलाश की जा रही है।

सुबह निकला घर से, रातभर नहीं लौटा

परिजनों ने बताया कि राहुल रविवार सुबह करीब 8 बजे घर से निकला था। दिनभर और रात में भी घर नहीं लौटा। ऐसे में आसपास में पूछताछ की। परिजनों ने सोचा रात में आ जाएगा, लेकिन सोमवार दोपहर 1.40 बजे दोस्त भव्यराज ने फोन किया, तब राहुल के बारे में पता चला। परिजनों ने बताया कि राहुल के पास कोई रोजगार नहीं था। वह दोस्तों के साथ ही ज्यादा वक्त बिताता था।