एसपी ने सीधे तौर पर कहा थाने पर आने वालों से मधुरता के साथ व्यवहार होना चाहिए। तत्काल प्रकरण दर्ज होना चाहिए और हर संभव मदद मिले। बड़ी-बड़ी एफआईआर ग्रामीणों को लिखकर देकर उनको थाने भेजने वालों को गवाह में सूचीबद्ध किया जाएगा। साथ एफआईआर के तथ्यों एवं पीडि़त के कथनों का मिलान किया जाए। इससे विरोधाभासी स्थिति नहीं बने। इनके अलावा लंबित प्रकरणों के निस्तारण, वांछित अपराधियों की धरपकड़ के भी निर्देश दिए। रात आठ बजे बाद शराब की बिक्री कहीं भी नहीं होनी चाहिए।
एसपी ने कहा कि हाल ही 40 नए जवान बांसवाड़ा में आए हैं। इनमें आधे जवान तो देहात के थानों में जाएंगे तथा आधे जवान शहर के थानों में रहेंगे। अभी ये जवान नए हैं, जिनको थाने से बेहतर प्रशिक्षण मिलना चाहिए, जिससे भविष्य में ये एक बेहतर पुलिसिंग कर सकें।