राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुआ प्रोजेक्ट हाशमी बानो ने अपना प्रोजेक्ट राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन जिसका आयोजन एसपीएमआईटी कौशांबी में हुआ था, वहां पर प्रस्तुत किया था। जहां हाशमी बानो को काफी सराहना भी मिली। हाशमी बानो के प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर गुजरात के गांधीनगर में प्रस्तुति के लिए चुना गया है। मृदा की छानक क्षमता का मूल्यांकन विषय पर आधारित इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य रेठ नदी के किनारे स्थित गांव में बसे लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है।
बेहद गरीब परिवार से हैं हाशमी बानो आपको बता दें कि हाशमी बानो एक बेहद गरीब परिवार की बेटी हैं। इनकी 3 बहनें और एक भाई भी हैं। जिनका पालन पोषण उसके पिता के जिम्मे है। इनके परिवार को दो वक्त की रोटी बहुत ही मुश्किल से नसीब होती है। हाशमी बानो के पिता मामूली सेल्स मैन हैं। जो पान मसाला बेचकर किसी तरह अपने परिवार का पेट पालते हैं। अब 25 वर्ष बाद कॉलेज को दोबारा मिली इस उपलब्धि से कॉलेज के प्रधानाचार्य व अन्य अध्यापक बहुत खुश हैं। उन्होंने होनहार छात्रा हाशमी बानो के भविष्य में सफलता के शिखर पर पहुंचने की कामना की है।
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