
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी, इनसेट में नरेश मीणा। फोटो- पत्रिका
बारां। 20 साल पुराने जमीनी विवाद के चलते दो भाइयों को फंसाने के लिए कोटा के सेवानिवृत सहायक लेखाधिकारी ने निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा और परिजनों को रोहित गोदारा गैंग के नाम से धमकी भरा पत्र भेजा था। यह पत्र बूंदी से स्पीड पोस्ट किया था। अन्ता पुलिस ने इस मामले में तहकीकात करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु ने बताया कि नरेश मीणा के चुनाव अभिकर्ता राकेश गुर्जर ने शिकायत की थी कि अन्ता स्थित प्रधान चुनाव कार्यालय पर रजिस्टर्ड डाक के जरिए एक पत्र मिला। पत्र में रोहित गोदारा गैंग के नाम से दस लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
फिरौती नहीं देने पर 2 नवम्बर के बाद नरेश मीणा को जान से मारने की धमकी दी गई। पत्र में सीसवाली के अमित थानीवाल और एक चूड़ी विक्रेता का भी जिक्र किया गया था। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
अन्ता थानाधिकारी दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने शुक्रवार को चार घंटे के भीतर कोटा के आरके पुरम निवासी नरेन्द्र यादव को गिरफ्तार किया। नरेन्द्र यादव जलदाय विभाग में सहायक लेखाधिकारी पद से सेवानिवृत हैं। पूछताछ में पता चला कि नरेन्द्र यादव का सीसवाली निवासी विजय थानेवाल और अमित थानेवाल से करीब बीस साल से जमीन का विवाद चल रहा है।
आरोपी ने बताया कि उन्हें झूठा फंसाने के लिए रोहित गोदारा गैंग के नाम से पत्र लिखा और बूंदी जाकर पोस्ट आफिस से दो पत्र नरेश मीणा और उसके पिता कल्याण सिंह मीणा के नाम से स्पीड पोस्ट कर दिए। यह पत्र उसने अपने उल्टे हाथ से लिखे थे, ताकि हैण्डराइटिंग पकड़ में नहीं आ सके। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
यह वीडियो भी देखें
इस घटना के बाद पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की सुरक्षा में पुलिस लाइन से दो हथियारबंद जवानों को तैनात किया है। ये मीणा की सुरक्षा में चुनाव होने तक तैनात रहेंगे। बता दें कि पत्र में स्पष्ट रूप से 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी।
Published on:
31 Oct 2025 08:31 pm
बड़ी खबरें
View Allबारां
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
