
Flood (Image: Patrika)
देहरादून। हिमालयी राज्यों से लेकर गंगा के मैदानी इलाकों तक भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और हिमाचल प्रदेश में पिछले 48 घंटों से मूसलधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मंगलवार सुबह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में खीर गंगा क्षेत्र में बादल फट गया, जिससे पूरे गांव में मलबा और बाढ़ का पानी घुस गया। कई घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ सेना की टुकड़ी भी मौके पर भेजी गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में भारी बारिश के बीच नदी पार करते वक्त 3 लोगों की पानी में बहने से मौत हो गई। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है। हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद हालात और खराब हो गए हैं। शिमला में सोमवार को भारी बारिश के चलते तीन मकानों पर भूस्खलन हुआ, हालांकि किसी की जान नहीं गई क्योंकि लोगों ने पहले ही मकान खाली कर दिए थे। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन को भूस्खलन के चलते बंद कर दिया गया है। प्रदेश में कुल 310 सड़कें बंद पड़ी हैं।
बिहार में भी मानसून ने कहर बरपाया है। पूर्णिया जिले में बीते 48 घंटे में 270.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1987 के बाद सबसे ज्यादा है। उस साल 294.9 मिमी बारिश हुई थी। पूर्णिया, मुंगेर, बक्सर, भोजपुर और पटना सहित कई जिलों में सैकड़ों गांव पानी में डूबे हैं, और फसलों को भारी नुकसान हुआ है व कई घर जलमग्न हो गए हैं। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।
यूपी में हालात बेहद खराब हैं। प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र, जौनपुर, चंदौली, पीलीभीत, लखीमपुर, कानपुर समेत 17 जिलों के 402 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। अब तक बारिश और बाढ़ से 343 मकान ढह चुके हैं और बीते 24 घंटे में अलग-अलग हादसों में 16 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं। जिसमें 5 अगस्त तक: जौनपुर, चंदौली, सुल्तानपुर, कानपुर, पीलीभीत, सोनभद्र, 6 अगस्त तक: वाराणसी, हमीरपुर, लखीमपुर और 7 अगस्त तक: प्रयागराज, मिर्जापुर के स्कूलों में छुट्टी बढ़ा दी गई है।
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Updated on:
05 Aug 2025 05:26 pm
Published on:
05 Aug 2025 03:07 pm
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