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बाड़मेर में टिड्डी दल का हमला, किसान भयभीत

- सुबह दिखा टिड्डी दल, शाम को खेतों में दिया डेरा- पटवारी व नायब तहसीलदार पहुंचे, नियंत्रण टीम का रहा इंतजार

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Locust party attacked in Barmer, farmers scared

Locust party attacked in Barmer, farmers scared

बाड़मेर. गिड़ा क्षेत्र के हीरा की ढाणी सवाऊ पदमसिंह, सोहड़ा सहित कई गांवों में बुधवार सुबह से बड़ी संख्या में टिड्डी दलों ने हमला किया। इससे खेतों में खड़ी फसल को लेकर किसान भयभीत हो गए। उन्होंने बर्तन व ढोल बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया।

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इस दौरान एकबारगी तो दल वहां से चले गए, लेकिन शाम को बड़ी संख्या में टिड्डियों ने फिर हमला कर दिया। जानकारी अनुसार हीरा की ढाणी, खोथों की ढाणी, निम्बा की ढाणी, सुन्थला, सोहड़ा, जाजवा, सवाऊ पदमसिंह, गिड़ा सहित आस-पास के क्षेत्रों में टिड्डी दलों ने फसलों पर प्रहार किया।

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शाम को सवाऊ के बेरी नाडी, गिड़ा के मानपुरा खारड़ा व सिसोदिया पाना में टिड्डियों ने पड़ाव डाला। इसकी सूचना पर उच्च अधिकारियों को दी तो अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। जिला मुख्यालय पर अधिकारियों को सूचना पर एक टीम गुुरुवार सुबह गिड़ा पहुंचेगी।

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लाखों रुपए खर्च, धरातल पर कुछ नहीं

किसानों का कहना है कि टिड्डी चेतावनी संगठन के नाम से जिला मुख्यालय पर बड़ी सी बिल्डिंग में कई अधिकारी-कर्मचारी बैठते हैं।

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वर्षों बाद जिले में टिड्डी नियंत्रण को लेकर काम पड़ा, लेकिन इसमें भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही है। टिड्डी आने की सूचना के घंटों बाद गाड़ी लेकर निकलते हैं, उनके पहुंचने से पहले टिड्डियां निकल जाती हैं।

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बच गई फसल

हमारे खेतों में सुबह से भारी मात्रा में टिड्डी दल पहुंंंचा तो हमारे पैरों तले जमीन खिचक गई। सुबह टिड्डी ज्यादा देर तक नहीं रुकी। इस कारण फसल बच गई।
- चेनाराम लेघा

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साफ कर देती खेत

टिड्डी का एक बड़ा दल हमारे खेतों में बैठने लगा तो थालियां बजाकर उड़ाने की कोशिश की। इससे वह खेतों में नहीं बैठी, वर्ना पूरा खेत खराब कर देती। सरकार को रोकथाम के प्रयास करने चाहिए।

- डाऊराम, किसान पांचा की ढाणी

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शाम को गिड़ा की तरफ से एक बड़ा झुंड आया और हमारे खेतों में बैठ गया। हमने उड़ाने के कई जतन किए, लेकिन टच से मच नहीं हुई। सारी टिड्डियां हमारे घरों के आसपास डेरा डाले हुए हैं। अधिकारियों को अवगत करवाया तो पटवारी व तहसीलदार मौके पर आ गए, लेकिन उनके पास कोई संसाधन नहीं होने से कुछ नहीं कर पाए।
- रामाराम सियाग, किसान सिसोदिया पाना गिड़ा

सूचना दी है

सुबह जैसे ही टिड्डी दल का समाचार मिला एसडीएम बायतु को अवगत करवा दिया। उन्होंने बाड़मेर कृषि विभाग को सूचना दी, लेकिन तब तक टिड्डी दल वहां से निकल चुका था। शाम को दो दलों ने गिड़ा क्षेत्र में दो जगह डेरा डाल दिया। इसकी सूचना बाड़मेर ऑफिस में दी तो टीम बाड़मेर से रवाना हो गई है, आते ही कार्रवाई करेंगे।

- शिवराम, नायब तहसीलदार गिड़ा

इसी तरह...

टिड्डी दलों ने की फसलें चौपट

बाटाडू. जिले के कई गांवों में अब भी टिड्डियों का हमला जारी है। ये खेतों में खड़ी फसलों को चट कर रही है। किसानों की लम्बी मेहनत की बदौलत पक कर तैयार बाजरे, ग्वार, मूंग-मोठ की फसलें टिड्डी दल चौपट कर रहे हैँ। इससे कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों के लिए संकट खड़ा हो गया है।

खीम्पसर के पूर्व सरपंच जोगाराम जोन्दू व पंचायत समिति सदस्य कमला चौधरी ने बताया कि गुरुवार व शुक्रवार को राजस्व गांव रामासरिया, जोन्दुओं की ढाणी, खीम्पसर तथा शहर ग्राम पंचायत के गोगाजी मन्दिर व चोरालिया सहित कानोड़ क्षेत्र में टिड्डी दलों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया।


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